Tuesday, 1 December 2015

🔶🔶🔶🔶🔶🔶🔶🔶
🍒 ब्रज की खिचड़ी🍒
🔶🔶🔶🔶🔶🔶🔶🔶

🌻 निताई गौर हरिबोल🌻    

💐श्री  राधारमणो विजयते 💐

             क्रम संख्या 9

🌿 सहायता क्यों नहीं🌿🌿

👣एक बालक एक बार अपने पिता के साथ किसी कैदी से मिलने जेल गया वहां उसने देखा कि --

⚡ एक व्यक्ति की पिटाई हो रही है।

⚡ एक व्यक्ति को पर्याप्त भोजन नहीं मिल रहा है।

⚡  एक व्यक्ति = कैदी को मिलने वालों से मिलने नहीं दिया गया आदि....आदि....

 👮🏻 बच्चे ने अपने पिता से कहा-  आप इतनी समाज सेवा करते हो, आप इन लोगों की सहायता क्यों नहीं करते ???

👳🏻 पिता ने कहा - बेटे यह अपराधी है, किसी ने कत्ल किया है, चोरी की है, अत्याचार किया है , यह लोग अपने बुरे कामों की सजा काट रहे हैं इन्हें इस लिए दंडित किया जा रहा है जिससे यह दोबारा बुरे काम = अपराध ना करें । इसलिए इनकी सहायता नहीं की जाती है ।

🔥ठीक इसी प्रकार विभिन्न जीव जो  दुख भोग रहे हैं यह उनके बुरे कामों की सजा है

📖 जैसे बालक नहीं जानता वैसे ही हम नहीं जानते हैं, लेकिन जो शास्त्र है,  संत है, वे त्रिकालज्ञ है वे जानते है कि अपने अपने कर्मों का सब फल भोग रहे है

👲🏻 बालक ने कहा कि क्या भगवान भी इनकी सहायता नही करता । क्या भगवान इनको सज़ा देता है ।

🌟 पिटा ने कहा कि  भगवान से पाप- पुण्य का कोई संबंध नहीं है भगवान तो भक्ति व भक्त से संबंध रखते हैं ।  भक्तों की सहायता तो फिर भी करते हैं । पापियों की नही

😎 अतः हम सावधान रहें और पाप न करें एवम् न पापियों की सहायता करें ।

 🌺जय श्री राधारमण
 🌺जय निताई

लेखकः
दासाभास डा गिरिराज नांगिया श्रीहरिनाम प्रेस वृन्दावन
प्रस्तुति । श्रीलाडलीप्रियनीरू

No comments:

Post a Comment