Wednesday 6 November 2013

337. tej



तेज 


यह एक व्यक्ति के 
आचरण, भजन ,सज्जनता, विचार 
की  ही  ' शक्ति  '
होती  है, जिसके कारण उस व्यक्ति के 
सामने आने पर 
व्यक्ति सहज प्रभावित होता है 

और उसके तेज-पुंज से जाने-अनजाने 
प्रभावित होकर उस सज्जन पुरुष की 
बातों, सलाह, आदेश को स्वीकार कर लेता है 



JAI SHRI RADHE
DASABHAS Dr GIRIRAJ NANGIA
Lives, Born, Works = L B W at Vrindaba