Wednesday 31 May 2017

Madhurya Kadmbini Part 41

✴️माधुर्य कादम्बिनी कथा ✴️

भाग  4️⃣1️⃣



🎙  स्वर: दासाभास डा गिरिराज

🏚वृन्दावन धाम

🙇🏼 प्रस्तुति : अनंत हरिदास

http://yourlisten.com/Dasabhas/madhurya-41


Granth Prichqy : Mahat Kripa Tatv

​​​​​​​ ग्रन्थ परिचय 4⃣5⃣ 

 ग्रन्थ नाम : महत कृपा तत्व 
 लेखक : श्रीगणेश दास चुघ 
भाषा : हिंदी 
 साइज़ : 12 x 18 सेमी
 पृष्ठ : 38 सॉफ्ट बाउंड
 मूल्य : 5 रूपये

दूसरे के दुख में दुखी

दूसरे के दुख में दुखी

✔  *दूसरे के दुख में दुखी*    ✔

▶ यह बड़ा अजीब सा टॉपिक है । अधिकतर हम लोग अपने सुख में सुखी और अपने दुख में दुखी रहते हैं

▶ सामने वाले की कुछ भी परवाह नहीं करते हैं अपितु चाहते यह है कि सामने वाला भी हमारे हिसाब से चले

▶ एक बात है कि सामने वाले को सुख देने से  हमें दुख हो तब तो फिर भी हमें कुछ अड़चन हो सकती है

▶ लेकिन यदि सामने वाले को सुख देने से हमें कुछ भी दुख नहीं हो रहा तो हमें चाहिए कि हम उसके सुख का ध्यान रखें

▶ उस के सुख से तात्पर्य उस की
भावनाओं का
उसके विचारों का
उसके भोजन का
उसकी जीवन शैली का
उसकी सोच का
आदि आदि

▶ कुल मिलाकर उसके सुख का हम यदि ध्यान रखें तो हम आनंद में रहेंगे

▶ श्री कृष्ण के परिकर बृजवासी गणों में यही एक सर्व दुर्लभ गुण था कि वह श्रीकृष्ण के सुख में सुखी थे इसको हम कहते हैं तत्सुखसुखित्व ।

▶ इसका अभ्यास हमें संसार से ही करना पड़ेगा नहीं तो कृष्ण के सामने आने पर भी हम

▶ अपने सुख ।
अपनी कामनाएं ।
अपनी सुविधा ।
अपनी ईगो की ही बात करते हैं

▶ आप हम विचार करें कि कृष्ण सुख सुखित्व ही सर्वोपरि एवं सर्वश्रेष्ठ भक्ति है

▶ इसी प्रकार अभ्यास करते हुए जीवन में हम यदि दूसरे के सुख का दूसरे के विचार का दूसरे की भावनाओं का आदर करने का धीरे धीरे अभ्यास करें

▶ यद्यपि यह एक बहुत कठिन कार्य है । बहुत मुश्किल भी है लेकिन असंभव नहीं है । एक समय आएगा की पत्नी पति के सुख का ध्यान रखेगी और पति पत्नी के सुख का ध्यान रखेगा

▶ बात वहीं आ गई अब पत्नी अपने सुख का पत्नी पति अपने सुख का ध्यान रखता है और इसमें खींचातानी होती है

▶ तत् सुख सुखित्व में कोई खिंचा तानी नहीं होगी । सम्मान होगा । आदर होगा । आनंद होगा और इस अभ्यास के कारण हम भजन में भी तत् सुख सुखित्व  को ला पाएंगे और कृष्ण की चरण सेवा प्राप्त कर पाएंगे

🐚 ॥ जय श्री राधे ॥ 🐚
🐚 ॥ जय निताई  ॥ 🐚

 🖊 लेखक
दासाभास डा गिरिराज नांगिया
LBW - Lives Born Works at vrindabn

Tuesday 30 May 2017

Madhurya Kadmbini Part 40

✴️माधुर्य कादम्बिनी कथा ✴️

भाग  4️⃣0️⃣


Granth Prichay : Shri Narottam Prarthna

​​​​​​📖 ग्रन्थ परिचय 4⃣4⃣ 📖

💢 ग्रन्थ  नाम : नरोत्तम प्रार्थना
💢 लेखक  : श्रीनारोत्तम  ठाकुर महाशय
💢भाषा : संस्कृत-मूल- हिंदी | ब्रजविभूति श्रीश्यामदास
💢 साइज़ : 14 x 22  सेमी
💢 पृष्ठ  : 32  सॉफ्ट  बाउंड
💢 मूल्य : 30  रूपये

💢 विषय वस्तु :
    करुण  प्रार्थना  वैष्णवों के प्राण

💢 कोड : M044-Ed3
💢 प्राप्ति स्थान:

1⃣ खण्डेलवाल बुक स्टोर वृन्दाबन
2⃣ हरिनाम प्रेस वृन्दाबन
3⃣ रामा स्टोर्स, लोई बाजार पोस्ट ऑफिस

📬 डाक द्वारा । 09068021415
पोस्टेज फ्री

📗🔸📘🔹📙🔶📔


Monday 29 May 2017

Madhurya Kadmbini Part 39

✴️माधुर्य कादम्बिनी कथा ✴️

भाग  3️⃣9️⃣


🎙  स्वर: दासाभास डा गिरिराज

🏚वृन्दावन धाम

🙇🏼 प्रस्तुति : अनंत हरिदास

http://yourlisten.com/Dasabhas/madhurya-39#


Granth Prichay: Brijlila ke 108 Prnam

📖 ग्रन्थ परिचय4⃣​3⃣ 📖

💢 ग्रन्थ  नाम : ब्रज लीला के  प्रणाम-श्रीकृष्णलीलास्त्व  
💢 लेखक  : श्रीसनातन गोस्वामी
💢भाषा : संस्कृत-मूल- हिंदी | ब्रजविभूति श्रीश्यामदास
💢 साइज़ : 14 x 22  सेमी
💢 पृष्ठ  : 160  सॉफ्ट  बाउंड
💢 मूल्य : 100  रूपये

💢 विषय वस्तु :
    108 प्रणामयुक्त दशम चरित और
     साथ में श्रीराधागोविन्द विरचित
     ग्रन्थ- जीवतत्व  : मैं कौन हु ?

💢 कोड : M043-Ed3
💢 प्राप्ति स्थान:

1⃣ खण्डेलवाल बुक स्टोर वृन्दाबन
2⃣ हरिनाम प्रेस वृन्दाबन
3⃣ रामा स्टोर्स, लोई बाजार पोस्ट ऑफिस

📬 डाक द्वारा । 09068021415
पोस्टेज फ्री

📗🔸📘🔹📙🔶📔

Brijlila ke 108 Prnam

Saturday 27 May 2017

Madhurya Kadmbini Part 38

✴️माधुर्य कादम्बिनी कथा ✴️

भाग  3️⃣8️⃣


🎙  स्वर: दासाभास डा गिरिराज

🏚वृन्दावन धाम

🙇🏼 प्रस्तुति : अनंत हरिदास




Granth Prichay : Shri Raslila Rahasya

​​​​📖 ग्रन्थ परिचय4⃣​2⃣ 📖

💢 ग्रन्थ  नाम : श्रीरासलीला रहस्य
💢 लेखक  : श्रीगणेशदास चुघ
💢भाषा : हिंदी
💢 साइज़ : 14 x 22  सेमी
💢 पृष्ठ  : 196  सॉफ्ट  बाउंड
💢 मूल्य : 100  रूपये

💢 विषय वस्तु :
     ब्रज की रासलीला पर रहस्योद्धघाटन
     ब्रज की पाठ-पूजा ग्रन्थ में समाहित

Adhik Dukh Adhik Bhajan

Adhik Dukh Adhik Bhajan


 ✔  *अधिक दुःख । अधिक भजन*    ✔

▶ यदि हमने बड़ी कार खरीदनी है तो उसके लिए अधिक धन की व्यवस्था करनी होगी

▶ इसी प्रकार यदि हमने कोई बड़ी कामना की पूर्ति करवानी है तो हमें अधिक भजन करना होगा

▶ अथवा कोई बड़ा दुख कटवाना है तो अधिक भजन करना होगा

▶ जितना बड़ा दुख उतना बड़ा भजन । जितनी बड़ी कामना उतना अधिक भजन

▶ यह बात आर्त या दुःख निवृत्ति चाहने वाले भक्तोंं के लिए है ।

▶ विशुद्ध भक्तों के लिए नहीं वह तो श्रीकृष्ण को सुख देने के लिए भजन करते हैं । वह अच्छी तरह जानते हैं अधिक भजन करने से कृष्ण को अधिक सुख होगा

▶ ठीक वही सिस्टम दुखी भक्तों के लिए दुख दूर करने के लिए लागू होता है

▶ यदि आप के दुख दूर नहीं हो रहे हैं तो मानिये कि पर्याप्त भजन या जितना भजन चाहिए उतना नहीं हो रहा ह

▶ समस्त वैष्णव जन को मेरा सादर प्रणाम

  ॥ जय श्री राधे ॥
  ॥ जय निताई  ॥

   लेखक
दासाभास डा गिरिराज नांगिया
LBW - Lives Born Works at vrindabn

Friday 26 May 2017

Madhurya Kadmbini Part 37

✴️माधुर्य कादम्बिनी कथा ✴️

भाग 3️⃣7️⃣

Granth Prichay : Parbraham Swayn Bhagwan Krishan

​​​📖 ग्रन्थ परिचय4⃣1⃣ 📖

💢 ग्रन्थ  नाम : परब्रह्म स्वयं भगवान श्रीकृष्ण 
💢 लेखक  : ब्रजविभूति श्रीश्यामदास 
💢 भाषा :  संस्कृत-हिंदी अनुवाद टीका   
💢 साइज़ : 14 x 22  सेमी
💢 पृष्ठ  : 80  सॉफ्ट  बाउंड
💢 मूल्य : 40  रूपये

Thursday 25 May 2017

Madhurya Kadmbini Part 36

✴️माधुर्य कादम्बिनी कथा ✴️

भाग 3️⃣6️⃣

🎙  स्वर: दासाभास डा गिरिराज

Granth Prichay : Shri Mukta Chritr

​​📖 ग्रन्थ परिचय4⃣0⃣ 📖

💢 ग्रन्थ  नाम : श्रीमुक्ता चरित्र
💢 लेखक  : श्रीरघुनाथ दास गोस्वामी
💢 भाषा :  हिंदी | सचित्र
💢 साइज़ : 19 x 25  सेमी
💢 पृष्ठ :104  सॉफ्ट  बाउंड
💢 मूल्य : 25  रूपये

Wednesday 24 May 2017

Madhurya Kadmbini Part 35

✴️माधुर्य कादम्बिनी कथा ✴️

भाग 3️⃣5️⃣

🎙  स्वर: दासाभास डा गिरिराज

Mool Sharavan Sheli


👂 मूल श्रवण शैली 👂

परिप्रश्नेन सेवया । अर्थात प्रश्न करके जिज्ञासा करके । पूछकर भी साधु की सेवा होती है ।

🚶धर्म के विषय में ।
🚶अध्यात्म के विषय में ।
🚶भजन के विषय में ।
🚶भजन के अंगों के विषय में ।

अपने से श्रेष्ठ सजातीय वैष्णव से अपने परम कल्याण के विषय में प्रश्न पूछना भी एक साधुसेवा ही है ।

🍎तंबू या पंडाल लगाकर 1000 या 2000 आदमियों को इकट्ठा करके किसी एक विषय पर बोलना यह आधुनिक शैली है

Tuesday 23 May 2017

Madhurya Kadmbini Part 34

✴️माधुर्य कादम्बिनी कथा ✴️

भाग 3️⃣4️⃣

🎙  स्वर: दासाभास डा गिरिराज

🏚वृन्दावन धाम

🙇🏼 प्रस्तुति : अनंत हरिदास

http://yourlisten.com/Dasabhas/madhurya-34#


Prtishtha ki Asha

Prtishtha ki Asha

🙊 प्रतिष्ठा की आशा 🙉

वैष्णव शास्त्र में प्रतिष्ठा को शूकर की विष्ठा कहा गया है । एक हमारी विष्ठा होती है । वो शूकर का मुख्य भोजन है । फिर उसकी जो विष्ठा होती है

🙊 सम्भवतः सृष्टि की सबसे निकृष्ट वस्तु । ये है प्रतिष्ठा । प्रतिष्ठा शूकर की विष्ठा जेसी सबसे निकृष्ट वस्तु है ।

🙈 गोस्वामी पाद ने प्रतिष्ठाशा शब्द प्रयोग किया है । प्रतिष्ठा से बहुत अधिक खतरनाक । 100 गुनी खतरनाक है प्रतिष्ठा की आशा ।

0⃣3⃣ पूरी सृष्टि में तीन ही इच्छाएं हैं

1 । धन की इच्छा
2 । पुत्र सन्तान के हित की इच्छा
3 । प्रतिष्ठा यश की इच्छा

🐗 यदि कोई अच्छा काम करेगा तो प्रतिष्ठा उसके पीछे भागेगी । पीछे भागने पर भी मन में बदबू आने लग जाए ।

🐗 सभा में यदि विशेष स्थान मिल जाय तो ये माने । मर गए आज । और यदि माला लेकर आता हुआ दीख जाए तो समझ ले की जूते पड़ने वाले हैं ।

🌹🌹लेकिन ऐसा होना बहुत ही कठिन और मुश्किल है  । फिर भी दिल दिमाग में यदि प्रतिष्ठा के प्रति घ्रणा बनी रहेगी तो यह धीरे धीरे कम हो जाएगी ।

🌷🌷एक स्थिति के बाद श्रेष्ठ साधक जब सम स्थिति में आ जाता है तब वह इस प्रतिष्ठा से ऊपर उठ जाता है । न प्रतिष्ठा उसे अच्छी लगती है ना बुरी लगती है कोई करता है तो करता रहे और कोई नहीं करता है तो मन में खेद नहीं हो ।

🐿 फिर भी । फिर भी प्रतिष्ठा की आशा बहुत ही खतरनाक है और यह हमारा उद्देश्य तो होना ही नहीं चाहिए ।

💧💧हम टेलीग्राम पर पोस्ट लिखते हैं छिपी भावना यदि यह है कि लोगों को अच्छी लगे और लोग यह कहें कि वाह । दासाभास ने क्या बात लिखी है । तो समझिए कि हम शूकर की विष्ठा खा रहे हैं ।

🍎यह आशा बहुत खतरनाक है । इससे सदैव बचना चाहिए ।

भगवद सुख ।
वैष्णव जन का आनंद ।
भगवद भक्ति का संग ।
भजन भक्ति का प्रचार ।

🆒 यदि हमारे मन मस्तिष्क में रहेगा तो हम बहुत हद तक इस भाव से बचे रहेंगे ।

🔴🔴 यह सारी बातें अपने हृदय को टटोलने की है मुझसे या किसी से कुछ भी कहने की जरूरत नहीं है । हमें अपने आपको देखना है कि हमारे कार्य में हमारा उद्देश्य क्या है ।

🏺🏺और कार्य महत्वपूर्ण नहीं होता । कार्य का उद्देश्य महत्वपूर्ण होता है । एक डाकू द्वारा भी पेट में चाकू चलाया जाता है और एक डॉक्टर द्वारा भी पेट में चाकू चलाया जाता है । दोनों के कार्य एक से हैं । उद्देश्य बिल्कुल विपरीत ।

🙄 इसलिए सावधान । बहुत सावधान  🙄

समस्त वैष्णव जन को मेरा सादर प्रणाम

🐚 ॥ जय श्री राधे ॥ 🐚
🐚 ॥ जय निताई  ॥ 🐚

 🖊 लेखक
दासाभास डा गिरिराज नांगिया
LBW - Lives Born Works at vrindabn

Monday 22 May 2017

Madhurya Kadmbini Part 33

✴️माधुर्य कादम्बिनी कथा ✴️

भाग 3️⃣3️⃣

🎙  स्वर: दासाभास डा गिरिराज

🏚वृन्दावन धाम

🙇🏼 प्रस्तुति : अनंत हरिदास

http://yourlisten.com/Dasabhas/madhurya-33


5 Ka Note


5 Ka Note

♦️ ₹ 5 का नोट ♦️

🦁नाम संकीर्तन । नामजप । श्री विग्रह सेवा । दर्शन । परिक्रमा । साधु वैष्णव सेवा । कथा श्रवण । स्मरण । ग्रन्थ अध्ययन इत्यादि अनेकानेक भक्ति के अंग है

🐯इनमें से कुछ अंग अति श्रेष्ठ है ।
कुछ अंग श्रेष्ठ है । कुछ अंग सामान्य है

🐵whatsapp या telegram भी भजन भक्ति का एक अंग ही है । हां शर्त यह है कि हम यहां भी भजन भक्ति की ही बात करें

🐯लेकिन इससे श्रेष्ठ और अन्य अंग भी हैं । हम सदैव जागरूक रहें कि टेलीग्राम के चक्कर में

हमारा नाम न छूटे
हमारा श्रवण ना छूटे
हमारा कीर्तन ना छूटे
हमारी विग्रह सेवा ना छूटे
हमारा साधू संग न छूटे
हमारा ग्रन्थ अध्ययन न छूटे
इत्यादि इत्यादि

🙉एकदम ठीक तो नहीं लेकिन कुछ कुछ इसका उदाहरण ऐसा मानिए जैसे
एक हजार का नोट
500 का नोट
सो का नोट
50 का नोट
10 का नोट और
5 का नोट

🙊यह सब के सब पैसा है । लेकिन यदि 1000 का नोट मिल रहा है और हम सो सो के नोट में लगे रहे तो बुद्धिमानी नहीं है


Sunday 21 May 2017

Granth Prichay : ब्रज के संत (छोटा )

​📖 ग्रन्थ परिचय 3⃣6⃣  📖

💢 ग्रन्थ  नाम :ब्रज के संत (छोटा )
💢 लेखक :डा नित्यान्न्द
💢 भाषा : हिंदी
💢 साइज़ : 12  x 18  सेमी
💢 पृष्ठ : 72  सॉफ्ट  बाउंड
💢 मूल्य : 15   रूपये

💢 विषय वस्तु :
      ब्रज के अनेक सिध्द संतो की
      चमत्कारी गाथाएं

💢 कोड : M036  -Ed3

💢 प्राप्ति   स्थान
1⃣ खण्डेलवाल बुक स्टोर वृन्दाबन
2⃣ हरिनाम प्रेस वृन्दाबन
3⃣ रामा स्टोर्स, लोई बाजार पोस्ट ऑफिस
📬 डाक द्वारा । 09068021415
पोस्टेज फ्री
📗🔸📘🔹📙🔶📔

ब्रज के संत (छोटा )

Naam me Pravesh



🐿 नाम में प्रवेश 🐿

भाव कुभाव अलख आलस हूं
नाम जपत मंगल दिसि दश हूं

🍎अर्थात भावसे कुभाव या अभाव से ना चाहते हुए आलस्य से भी यदि नाम जप किया जाए तो मंगल होता है

🎯पहली बात तो यह है कि यह नाम न करने वाले बिल्कुल प्राइमरी साधक के लिए ये उपदेश है

♦️साथ ही आप ध्यान से देखें तो इसमें यह नहीं लिखा हुआ कि इस प्रकार नाम करने से नाम का प्रमुख फल श्री कृष्ण चरण सेवा प्राप्त हो जाएगी ऐसा इसमें नहीं लिखा

♦️इसमें लिखा इस प्रकार नाम करने से मंगल होगा । मंगल क्या होगा । मंगलम मंगलानाम । यह मंगल होगा कि नाम में हमारी श्रद्धा हो जाएगी । नाम में हमारी निष्ठा हो जाएगी । नाम में हमारी रुचि हो जाएगी । नाम में हमारी आसक्ति हो जाएगी

🔔यह शुरू करने के लिए है और जब हम शुरु करेंगे और नाम को गंभीरता से लेंगे । नाम में आने वाले

🌳लय । विक्षेप । अप्रतिपत्ती । कषाय ।रसास्वाद आदि पांच विघ्नों के प्रति सावधान रहेंगे तो नाम के द्वारा फिर हमें नामी का अनुभव होते हुए नाम के रस का आस्वादन प्राप्त होगा

🏃🚶🏃और फिर धीरे धीरे हम श्री कृष्ण चरण सेवा की और हम बढ़ेंगे

Saturday 20 May 2017

Madhurya Kadmbini Part 32

✴️माधुर्य कादम्बिनी कथा ✴️

भाग 3️⃣2️⃣

🎙  स्वर: दासाभास डा गिरिराज

🏚वृन्दावन धाम

🙇🏼 प्रस्तुति : अनंत हरिदास


http://yourlisten.com/Dasabhas/madhurya-32




Friday 19 May 2017

Madhurya Kadmbini Part 31

✴️माधुर्य कादम्बिनी कथा ✴️

भाग 3️⃣1️⃣

🎙  स्वर: दासाभास डा गिरिराज

🏚वृन्दावन धाम

🙇🏼 प्रस्तुति : अनंत हरिदास

http://yourlisten.com/Dasabhas/madhurya-31


Wednesday 17 May 2017

Madhurya Kadmbini Part 30

✴️माधुर्य कादम्बिनी कथा ✴️

भाग 3️⃣0️⃣

🎙  स्वर: दासाभास डा गिरिराज

🏚वृन्दावन धाम

🙇🏼 प्रस्तुति : अनंत हरिदास

http://yourlisten.com/Dasabhas/madhurya-30-30


Tuesday 16 May 2017

Madhurya Kadmbini Part 29

✴️माधुर्य कादम्बिनी कथा ✴️

भाग 2️⃣9️⃣

🎙  स्वर: दासाभास डा गिरिराज

🏚वृन्दावन धाम

🙇🏼 प्रस्तुति : अनंत हरिदास

http://yourlisten.com/Dasabhas/madhurya-29-29


Monday 15 May 2017

Madhurya Kadmbini Part 28

✴️माधुर्य कादम्बिनी कथा ✴️

भाग 2️⃣8️⃣

🎙  स्वर: दासाभास डा गिरिराज

🏚वृन्दावन धाम

🙇🏼 प्रस्तुति : अनंत हरिदास

http://yourlisten.com/Dasabhas/madhurya-28-28




Saturday 13 May 2017

Madhurya Kadmbini Part 26-3



✴️माधुर्य कादम्बिनी कथा ✴️

भाग 2️⃣6️⃣❇️3️⃣

🎙  स्वर: दासाभास डा गिरिराज

🏚वृन्दावन धाम

🙇🏼 प्रस्तुति : अनंत हरिदास
http://yourlisten.com/Dasabhas/M4OGEwMG#

Thursday 11 May 2017

Tuesday 9 May 2017

Madhurya Kadmbini Part 26


✴️माधुर्य कादम्बिनी कथा ✴️

भाग 2️⃣6️⃣

🎙  स्वर: दासाभास डा गिरिराज

🏚वृन्दावन धाम

🙇🏼 प्रस्तुति : अनंत हरिदास

yourlisten.com/Dasabhas/madhurya-26

 

Shri Narsimha Caturdasi

Shri Narsimha Caturdasi


🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹

श्री नृसिंह जयंती आज

स्वयंभगवान श्री कृष्ण ने
अनेक अवतार धारण किए हैं

पुरुष अवतार
लीला अवतार
मन्वंतर अवतार
युगावतार आदि
अनंत अवतार भगवान ने लिए है

किसी में उन्होंने युगधर्म का प्रवर्तन किया
किसी में उन्होंने वेदों की रक्षा की
किसी में सागर मंथन करवाया
लेकिन साथ ही
आज के दिन जो श्री नरसिंह जयंती है
नरसिंह अवतार है

ह केवल और केवल अपने भक्त श्री प्रह्लाद की रक्षा के लिए अवतार लिया

इससे यह प्रमाणित होता है के भक्तों की रक्षा करने को भी भगवान पूरा महत्व देते हैं

यदाकदा किसी भी रुप में तो हर समय हर क्षण वे भक्त की रक्षा अप्रकट रूप में करते ही हैं और प्रह्लाद की की भी

लेकिन यदि विशेष रूप से एक अवतार लेना भी पढ़ें तो वह एक क्षण भी देर नहीं लगाते हैं और तुरंत प्रकट होकर भक्त रक्षा करके भक्तों के प्रति अपनी प्रणत  पालता को सिद्ध कर देते हैं

 नरसिंह जयंती के अवसर पर अपने प्रभु स्वयं भगवान श्री कृष्ण के इस नरसिंह रूप को हमारा शत-शत वंदन
नमन
अभिनंदन
प्रणाम

समस्त वैष्णव वृन्द को दासाभास का प्रणाम

🐚 ॥ जय श्री राधे ॥ 🐚
🐚 ॥ जय निताई  ॥ 🐚

 🖊 लेखक
दासाभास डा गिरिराज नांगिया
LBW - Lives Born Works at vrindabn

Monday 8 May 2017

Saturday 6 May 2017

Granth Parichay : ShriMadBhagwat Mahapuran Dasham 1


📖 ग्रन्थ परिचय 2⃣ 3⃣ 📖

💢 ग्रन्थ  नाम : श्रीमदभागवत महापुराण
      दशम-1
💢 लखक : श्रीकृष्णद्वैपायन-वेदव्यास
💢 भाषा : संस्कृत मूल-हिन्दी अनुवाद-टीका
💢 साइज़ : 14 x 22 सेमी
💢 पृष्ठ : 425 हार्ड बाउंड
💢 मूल्य : 200 रूपये

Thursday 4 May 2017

Madhurya Kadmbini Part 23



✴️माधुर्य कादम्बिनी कथा ✴️

भाग 2️⃣3️⃣

Shravan Katha Shravan

श्रवण । कथा श्रवण


​ ✔  *श्रवण । कथा श्रवण*    ✔

▶ नवविधा भक्ति हो या अपर लेवल के तीन साधन हो, उनमें श्रवण का अत्यधिक महत्व है ।

▶ नवविधा भक्ति में
▶ श्रवण
▶ कीर्तन
▶ स्मरण आदि आदि

Wednesday 3 May 2017

Granth Prichay: Shri Nitai Chand

📖   ग्रन्थ    परिचय 2⃣ 0⃣ 📖

💢 ग्रन्थ नाम : श्रीनिताई चाँद

💢 लेखक : 
      ब्रजविभूति श्रीश्यामदास
💢 भाषा :  हिन्दी
   

Janamdin

Janamdin


🌿जन्मदिन🌿

🎂जन्म दिन यानि खुशियों का दिन , साथ ही एक
🔖 चेतावनी का दिन,
क्योंकि हमारे पूरे जीवन में से 😳आज एक वर्ष कम हो गया ।

👤यह मनुष्य जीवन 84 लाख योनियों के बाद मिला है
अतः दुर्लभ है। यह सब जानते हैं। लौकिक भौतिक प्रगति को यदि हम जीवन का उद्देश्य मानते हैं और हमने यह कर ली है तो हम 💃💃💃खुशियां मनाएं,  कोई हर्ज नहीं है।

Monday 1 May 2017

Madhurya Kadmbini Part 21



✴️माधुर्य कादम्बिनी कथा ✴️

भाग 2️⃣1️⃣

Granth Prichay-Brij Ki Bhakti

📖   ग्रन्थ    परिचय 1️⃣7️⃣  📖

💢 ग्रन्थ  नाम : ब्रज की भक्ति-श्रीनारादभक्तिसूत्र

💢 लेखक : डा0 सत्यपाल गोयल
💢 भाषा : मूल एवं हिन्दी
💢 साइज़ : 14 x 22   सेमी
💢 पृष्ठ  : 312  सॉफ्ट बाउंड
💢 मूल्य : 200 रूपये