Wednesday, 6 July 2016

सूक्ष्म सूत्र गागर में सागर भाग 17



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सूक्ष्म सूत्र / गागर में सागर
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 🔮 भाग 17

💡 ऋषि मुनियों और अप्सराओं का
उदाहरण देकर
सर्वदा कामिनी और कंचन की
बाते करने वाले पुरुष
महाकामी है.
साधक को इनके संग और
वार्ता से भी बचना चाहिए.

💡 मनुष्य जीवन पाकर
खाओ पीओ और मौज करो
वाला दर्शन वैसे ही है जैसे
वर्क ऑफिस में कंप्यूटर पर
ऑफिस का काम न करके
आठ घंटे गेम खेलकर
घर वापस आ जाना.

💡 मनुष्य योनी सर्वश्रेष्ठ है
केवल इसी योनी में
पिछले जन्मो के पाप-पुण्य
भोगते हुए नये कर्म
करके अपना अगला जन्म
सुखमय बना सकते है.
तो देर किस बात की है – जुट जाओ.

🐚 जय श्री राधे 🐚
🐚 जय निताई  🐚

🖊 लेखक
दासाभास डा गिरिराज नांगिया 
LBW - Lives Born Works at vrindabn



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