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सूक्ष्म सूत्र / गागर में
सागर
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🔮 भाग 17
💡 ऋषि मुनियों और अप्सराओं का
उदाहरण देकर
सर्वदा कामिनी और कंचन की
बाते करने वाले पुरुष
महाकामी है.
साधक को इनके संग और
वार्ता से भी बचना चाहिए.
💡 मनुष्य जीवन पाकर
खाओ पीओ और मौज करो
वाला दर्शन वैसे ही है जैसे
वर्क ऑफिस में कंप्यूटर पर
ऑफिस का काम न करके
आठ घंटे गेम खेलकर
घर वापस आ जाना.
💡 मनुष्य योनी सर्वश्रेष्ठ है
केवल इसी योनी में
पिछले जन्मो के पाप-पुण्य
भोगते हुए नये कर्म
करके अपना अगला जन्म
सुखमय बना सकते है.
तो देर किस बात की है – जुट
जाओ.
🐚 ॥ जय श्री राधे ॥ 🐚
🐚 ॥ जय निताई ॥ 🐚
🖊 लेखक
दासाभास डा गिरिराज
नांगिया
LBW - Lives Born Works at vrindabn
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