१. घृत-स्नेह
घी जैसा, घी को अकेला नहीं खाया जा सकता
उसमे बूरा मिलाकर, या घी का परांठा या
हलुआ बनाकर खाया जाता है
२. मधु-स्नेह
मधु यानी शहद
शहद अपने आप में मीठा होता है
इसमे कुछ मिलाना आवश्यक नहीं, अपने आप में पूर्ण है
JAI SHRI RADHE
DASABHAS Dr GIRIRAJ नांगिया
Lives, Born, Works = L B W at Vrindaban
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