Monday, 17 October 2011

112. HAMARI SEEMA


हमारी सीमा 


भ्रम - रस्सी को सांप समझना 
प्रमाद - पता तो है लेकिन भूल जाना
विप्रलिप्सा - आलस्य, मन नहीं है AVOIDING attitude
करना-पातव  - आँख होने पर भी प्रकाश के बिना देख नहीं पाना

JAI SHRI RADHE

No comments:

Post a Comment