Thursday, 16 June 2016

सूक्ष्म सूत्र / गागर में सागर भाग 6

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सूक्ष्म सूत्र / गागर में सागर
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 🔮 भाग 6

💡 भक्त की संगति
करने वाला व्यक्ति
यदि भक्ति के रंग में न रंगे
तो मानना चाहिए
भक्त की भक्ति कच्ची है.

💡 किसी वैष्णव में श्रीगुरुदेव के
संग से यदि श्रीकृष्ण भक्ति का
उदय नही हो रहा है तो
गुरु या शिष्य दोनों में से
एक की पात्रता में कमी है,
ऐसा समझना पड़ेगा.
   
💡 बाह्य शुद्धि स्नान से होती है और
अन्तः शुद्धि होती है –
भगवद भजन से, संकीर्तन से
ध्यान से, चिन्तन से, मनन से,
सत्शास्त्र अध्यन और सत्संग से.

🐚 ॥ जय श्री राधे ॥ 🐚
🐚 ॥ जय निताई  ॥ 🐚


🖊  लेखक
दासाभास डा गिरिराज नांगिया 
LBW - Lives Born Works at vrindabn

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सूक्ष्म सूत्र / गागर में सागर भाग 6

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