Friday, 10 June 2016

​सूक्ष्म सूत्र / गागर में सागर भाग 3

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सूक्ष्म सूत्र / गागर में सागर

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 🔮 भाग 3


💡 पांच इन्द्रियों के पांच  विषय और

उनके पांच  अधिष्ठातृ देवता माने गये हैं

कर्ण  का विषय-शब्द, देवता-दिक्

त्वचा का विषय-स्पर्श] देवता-वासुदेव

नेत्र का विषय-रूप, देवता-सूर्य

जिह्वा का विषय-आस्वादन] देवता-वरुण

नासिका का विषय-गंध, देवता-अशिवनीकुमार


💡 जिस दिन हमारा

अहम

समाप्त हो जायेगा ,


उस दिन हमारी

मान-प्रतिष्ठा, यश-अपयश

की भावना

स्वतः समाप्त हो जाएगी


💡 क्या अच्छा है क्या बुरा है

इसका निर्णय शास्त्र करते है

कोई मनुष्य नही, वे भी उन्ही बातो को

प्रस्तुत करते है जो शास्त्र कहते है.

और शास्त्रीय बाते है - प्रस्थानत्रयी -

उपनिषद, ब्रह्मसूत्र, और गीता में

अर्थात

अपौरुषेय वाणी अर्थात भागवद वाणी


🐚 ॥ जय श्री राधे ॥ 🐚


🐚 ॥ जय निताई  ॥ 🐚


🖊 लेखक: आदरणीय Dasabhas DrGiriraj Nangia जी


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