✅ महाजनो येन गतः स पन्थः ✅
▶ अर्थात जिस पथ पर हमारे आचार्य संत या महान जन गए हैं । हमारे लिए भी वही पथ उचित है ।
▶ अपने अनुभव से पथ ढूंढोगे तो एक जीवन कम पढ़ जाएगा ।
▶ और महाजन जिस पथ पर चले वह सब सद्ग्रन्थों में है । ग्रन्थ या ग्रन्थ के आधार पर मार्ग दर्शन करने वाले ▶उस पथ को जानते हैं ।
▶ आजकल मनमाने ऊल जुलूल बोलने वाले भी बहुत हैं उनसे बचना चाहिए वे स्वयं तो पथ भ्रष्ट हैं आपको भी भटका देंगे ।
▶ पथ के नाम पर वे धन ढूंढ रहे हैं । माया एकत्र कर रहे हैं या दैन्य के आवरण में यश ढूंढने वाले मुझ जेसे बहुत हैं ।
▶ अतः सावधान ।
🐚 ॥ जय श्री राधे ॥ 🐚
🐚 ॥ जय निताई ॥ 🐚
▶ अर्थात जिस पथ पर हमारे आचार्य संत या महान जन गए हैं । हमारे लिए भी वही पथ उचित है ।
▶ अपने अनुभव से पथ ढूंढोगे तो एक जीवन कम पढ़ जाएगा ।
▶ और महाजन जिस पथ पर चले वह सब सद्ग्रन्थों में है । ग्रन्थ या ग्रन्थ के आधार पर मार्ग दर्शन करने वाले ▶उस पथ को जानते हैं ।
▶ आजकल मनमाने ऊल जुलूल बोलने वाले भी बहुत हैं उनसे बचना चाहिए वे स्वयं तो पथ भ्रष्ट हैं आपको भी भटका देंगे ।
▶ पथ के नाम पर वे धन ढूंढ रहे हैं । माया एकत्र कर रहे हैं या दैन्य के आवरण में यश ढूंढने वाले मुझ जेसे बहुत हैं ।
▶ अतः सावधान ।
🐚 ॥ जय श्री राधे ॥ 🐚
🐚 ॥ जय निताई ॥ 🐚
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