Tuesday, 7 June 2016

महाजनो येन गतः स पन्थः

✅  महाजनो येन गतः स पन्थः ✅

▶ अर्थात जिस पथ पर हमारे आचार्य संत या महान जन गए हैं । हमारे लिए भी वही पथ उचित है ।

▶ अपने अनुभव से पथ ढूंढोगे तो एक जीवन कम पढ़ जाएगा ।

▶ और महाजन जिस पथ पर चले वह सब सद्ग्रन्थों में है । ग्रन्थ या ग्रन्थ के आधार पर मार्ग दर्शन करने वाले ▶उस पथ को जानते हैं ।

▶ आजकल मनमाने ऊल जुलूल बोलने वाले भी बहुत हैं उनसे बचना चाहिए वे स्वयं तो पथ भ्रष्ट हैं आपको भी भटका देंगे ।

▶ पथ के नाम पर वे धन ढूंढ रहे हैं । माया एकत्र कर रहे हैं या दैन्य के आवरण में यश ढूंढने वाले मुझ जेसे बहुत हैं ।

▶ अतः सावधान ।

🐚 ॥ जय श्री राधे ॥ 🐚
🐚 ॥ जय निताई  ॥ 🐚
महाजनो येन गतः स पन्थः

 


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