✅ निपटाना
क्या ✅
▶
जय श्री राधे ।
▶
हम लोग अधिकतर यह कहते
हैं कि जल्दी-जल्दी सुबह-सुबह भजन को निपटा लो । जिससे फिर अपने कामों में लगेंगे
▶
लेकिन जिन लोगों को यह
समझ आ गई है कि हमारा यह मनुष्य जीवन भजन करते हुएश्री कृष्ण चरण सेवा को प्राप्त
करने के लिए मिला है
▶
वह इसका उल्टा बोलते
हैं
▶
जल्दी-जल्दी कामों को निपटा
लो फिर जम के भजन करेंगे ।
▶
और वास्तव में भी यही
होना चाहिए । हमारा जीवन कामों के लिए नहीं मिला है । काम तो जीवन की रक्षा करने
के लिए हैं और जीवन भजन के लिए है
▶
अतः आज से ही हमें
अभ्यास करना है कि हम जल्दी जल्दी कामों को निपटा लें जिससे जमकर भजन में लग जाए
▶
निपटाना कामों को है
▶
ना कि भजन को
🐚
॥ जय श्री राधे ॥ 🐚
🐚
॥ जय निताई ॥ 🐚
🖊 लेखक
दासाभास डा गिरिराज नांगिया
LBW
- Lives Born Works at vrindabn
No comments:
Post a Comment