सब शास्त्र अरु ग्रन्थ बखान बखानी |
संतन की सेवा करत करत
दासी-सुत बन गयौ नारद ज्ञानी||
पुत्र कयाधु ने क्या जन्म्यों
ये भयौ हिर्नाकशिपू कौ प्राणी|
सत्संग 'गिरि' नारद वचन सुनत
प्रगट्यों प्रहलाद सो उत्तम ज्ञानी |
गोपाल भट्ट के प्राण प्रभु
तुम राधारमण सुख राशि हो |
शालग्रामहिंते प्रकट भये
भक्तन हित. स्वयं प्रकाशी हो |
सब देव गए ब्रज छोड़ - छाड़
तुम वृन्दावन नित-वासी हो
'गिरिराज' कू अब कहो कहा चहिए
तुम ही जीवन धन-राशि हो |
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JAI SHRI RADHE
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JAI SHRI RADHE
DASABHAS Dr GIRIRAJ nangia
Tele : 9219 46 46 46 : 12noon - 6
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