Thursday, 22 September 2011

75. PADHI - LIKHI


अभी एक सज्जन मेरे पास आये 

साथ में एक बच्ची भी थी, बोले - 
नांगिया ! देखो, ये लडकी हाईस्कूल  फ़ैल है,और 
अपने आप को 'पढ़ी-लिखी' बताती है ?????

मैंने कहा - कि निर्भर करता है कि यह
किस परिवेश, परिवार, विचार  से है-

यदि यह पढ़े-लिखे परिवार से है तो 
यह अनपढ़ ही है, और यदि 
यह किसी अनपढ़ मजदूर परिवार से है तो,
निश्चित ही यह बहुत पढ़ी-लिखी है 

हाईस्कूल फेल होने पर भी पढ़ी-लिखी है !!!!!

इसी प्रकार विचार और सोच का भी स्तर होता है  
परिस्थिति  होती है.
  
JAI SHRI RADHE
DASABHAS Dr GIRIRAJ nangia
made to serve ; GOD  thru  Family  n  Humanity
Lives, Born, Works = L B W at Vrindaban
WWW.HARINAMPRESS.COM

2 comments:

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    Very Very Thanks to you Giriraj Prabhu for this act.
    Hare Krishna Library
    Hapur

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