Monday 19 September 2011

70. natwar krishn murare


तुम नटवर कृष्ण मुरारे हो 
तड़पत हैं प्राण तुम्हारे बिना
तुम जीवन-प्राण हमारे  हो
इस डूबती जीवन नैया के 
तुम ही 'गिरि' एक किनारे हो 

इस दीन  पै इतनी दया कीजै 
निशिवासर नाम पुकारे हो 
तुम दीनन के प्रतिपाल सदा 
तुम भक्तन के रखबारे हो    
तुम नटवर कृष्ण मुरारे हो


अब छोड़ दिया इस जीवन का 
सब भार तुम्हारे  हाथों मे
नित कृष्ण जपू नित सेवा करू 
अब क्या रक्खा सब बातों मैं 

बातों मे जीवन बीत गया
वर्षो गये हाथ ही हाथों मैं 
सुब शाम जपू, दिन रात जपूं
'गिरि' जाग जपूं मैं रातों मैं 

 JAI SHRI RADHE
 DASABHAS Dr GIRIRAJ nangia
Tele : 9219 46 46 46 : 12noon - 6
 made to serve ; GOD  thru  Family  n  Humanity



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