Monday, 19 September 2011
73. GURU SHASTRA KRIPAA
गुरु शास्त्र कृपा बरसी मोपे,
गुरु शास्त्र की बात में मानी न मानी |
जामे प्रीत की रीत कौ गीत कह्यो
भवसागर ते निकसै कस प्राणी ||
इन ग्रंथन की कहो कहा कहिये
महिमा इनकी सब संत बखानी |
पितु मातु कृपा ऐसी किन्हीं
भवसागर तर गयौ 'गिरि' सम प्राणी ||
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