एक सज्जन पुरुष अपने साथ किए गए
चाल चपट वा अन्य करामातों को देखते हुए - समझते हुए भी
उन्हें अनदेखा करते हुए अपने सज्जन स्वभाव मे स्थित रहता है
हम येह समझते हैं कि हम इसे मुर्ख बना रहे हैं , लेकिन सत्य येह है कि
हम मूर्ख हैं और वह सज्जन है. जै श्री राधे
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