Wednesday, 7 September 2011

48. sajjan


एक सज्जन पुरुष अपने साथ किए गए 
चाल चपट वा अन्य करामातों को देखते हुए - समझते हुए  भी
उन्हें अनदेखा करते हुए अपने सज्जन स्वभाव मे स्थित रहता है 
हम येह समझते हैं कि हम इसे मुर्ख बना रहे हैं , लेकिन सत्य येह है कि 
हम मूर्ख हैं और वह सज्जन है. जै श्री राधे     
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