Saturday 17 September 2011

60. CHAUTHI FAIL ?????



कल एक सज्जन आये 
सत्संग हुआ, चर्चा हुयी, आनंद हुआ |

उनके साथ एक बालक भी था |
बोला - अंकल आप ये क्या कर रहे हो ?

मैं  बोला - बेटे ! मैं इस ग्रन्थ का
संपादन कर रहा हूँ |

'यानी आप किताब लिख रहे हो ?
मैंने कहा - हाँ,
'तो आप तो बहुत - पढ़े लिखे होओगे ?
मैंने कहा - हाँ,
'बहुत पढ़े लिखे ?
हाँ ! मैं पी.एच.डी. हूँ | डाक्टरेट हूँ |
'तो फिर मुझे २४ का टेबल सुनाइये ?
मैं बगलें झाँकने लगा |

बोला -झूठ ! आप क्लास ४ पास भी नहीं हो 
मैं भी लास्ट यीअर २४ का टेबल न 
सुनाने पर फेल हो गया था |
आप भी ४ फेल हो 
फिर इतनी मोटी किताब कैसे लिख 
रहे हो ?

मैं सकपकाया 
लेकिन उसका ज्ञान और अनुभव भी 
गलत नहीं था - यह उसके ज्ञान का स्तर था 
ऐसे ही हमारी बुद्धि का स्तर होता है 

जैसा हमें ठीक लगता है -
वह तो ठीक होता ही है, उसके 
आगे भी कुछ होता है 
बढ़ते रहो, चलते रहो, पढ़ते रहो 
ज्ञान अनंत है - सीखते रहो 
समझते रहो 
 
JAI SHRI RADHE
made to serve ; GOD  thru  Family  n  Humanity

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