Monday 26 September 2011

83. वृन्दाबन के राजा


✅  वृन्दाबन के राजा   ✅  

▶ वृन्दाबन के राजा दोनों श्याम-राधिका रानी

▶ चार पदारथ करें मजदूरी, मुक्ति भरे यहाँ पानी

▶ कर्म, धर्म यहाँ रस्सी बटते, भाग गए बहम ज्ञानी

▶ योगी, यति, तपी, संन्यासी, महिमा किसने जानी

▶ वेद, पुराण हार गए सब यहाँ गायें सगुन गुण वाणी

▶ घर-घर प्रेम-भक्ति की महिमा, सहचरी 'व्यास' बखानी

▶ श्रीहरिरामजी व्यास जी का पद-थोड़े सरल शब्दों में


🐚 ॥ जय श्री राधे ॥ 🐚
🐚 ॥ जय निताई  ॥ 🐚


JAI श्री RADHE

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