✔ *एक्सपार्ट = गुरु* ✔
▶ र्जिस प्रकार
आप जिससे डांस सीख रहे हो,
वह डांस का जानने वाला या एक्सपर्ट
होना चाहिए,
▶ सुन्दर हो या न हो,
धनवान हो या न हो
▶ उसी प्रकार भक्ति या भजन सिखाने वाला
गुरु भी भजन में एक्सपर्ट
होना चाहिए
▶ उसके पास आश्रम हो या न हो,
सुन्दर हो या नहो
व्यवहार कुशल हो न हो
भजन कुशल होना चाहिए
▶ क्योंकि
हम भजन सीखने गए हैं
भक्ति सीखने जा रहे हैं
▶ ख़ास बात यह भी है की
ज़रूरी नहीं
ब्रह्मण ही हो
'किवा विप्र, किवा न्यासी, शूद्र केने नय'
▶ अर्थात भले ही शूद्र हो, लेकिन
भजन यदि जानता है तो
भजन का गुरु बना सकते हैं
🐚 ॥ जय श्री राधे ॥ 🐚
🐚 ॥ जय निताई ॥ 🐚
🖊 लेखक
दासाभास डा गिरिराज नांगिया
LBW - Lives Born Works at vrindabn
▶ र्जिस प्रकार
आप जिससे डांस सीख रहे हो,
वह डांस का जानने वाला या एक्सपर्ट
होना चाहिए,
▶ सुन्दर हो या न हो,
धनवान हो या न हो
▶ उसी प्रकार भक्ति या भजन सिखाने वाला
गुरु भी भजन में एक्सपर्ट
होना चाहिए
▶ उसके पास आश्रम हो या न हो,
सुन्दर हो या नहो
व्यवहार कुशल हो न हो
भजन कुशल होना चाहिए
▶ क्योंकि
हम भजन सीखने गए हैं
भक्ति सीखने जा रहे हैं
▶ ख़ास बात यह भी है की
ज़रूरी नहीं
ब्रह्मण ही हो
'किवा विप्र, किवा न्यासी, शूद्र केने नय'
▶ अर्थात भले ही शूद्र हो, लेकिन
भजन यदि जानता है तो
भजन का गुरु बना सकते हैं
🐚 ॥ जय श्री राधे ॥ 🐚
🐚 ॥ जय निताई ॥ 🐚
🖊 लेखक
दासाभास डा गिरिराज नांगिया
LBW - Lives Born Works at vrindabn
aur guru kitna expert hai, ye kaise jaana ja sakta hai ? hame kuchh aise bhi guruon ki jaankari hai jinke anek sishya hai,un guruon ki aayu bhi kam hai, aur sath hi unke pravachano me ras ki bhi kami hoti hai. aur to aur vo apne siddhanto ko hi sahi batate hai, aur dusro ko galat kehte hai.
ReplyDeleteHam kuchh aiso ko bhi jante hai jo ki apne sidhanto ko sahi kehne k liye shril prabhupad ji maharaj ko bhi galat kehne me peeche nahi hatte