✔ *भक्ति अर्थात ??* ✔
▶ जो देश के लिए समर्पित हो जाये
वह देश भक्त
▶ जो पिता के लिए समर्पित हो जाये
वह पितृ भक्त
▶ जो माता के लिए समर्पित हो जाये
वह माता भक्त
▶ जिसका भक्त , जिसकी भक्ति
उसके लिए पूर्ण समर्पण
अपने सुख दुःख की कोई बात नहीं
▶ यही बात भगवान की भक्ति में होनी चाहिए
उनके लिए पूर्ण समर्पण
अपने सुख दुःख की कोई बात नहि।
▶ क्या हम ऐसा करते हैं ? शायद नहीं
हम भगवान् के लिए नहीं , अपने दुःख सुख के लिए
भगवान् की भक्ति करते हैं
▶ ये भक्ति नहीं, भिक्षा है
निश्चित हो की हम भक्त हैं या भिखारी ?
🐚 ॥ जय श्री राधे ॥ 🐚
🐚 ॥ जय निताई ॥ 🐚
🖊 लेखक
दासाभास डा गिरिराज नांगिया
LBW - Lives Born Works at vrindabn
▶ जो देश के लिए समर्पित हो जाये
वह देश भक्त
▶ जो पिता के लिए समर्पित हो जाये
वह पितृ भक्त
▶ जो माता के लिए समर्पित हो जाये
वह माता भक्त
▶ जिसका भक्त , जिसकी भक्ति
उसके लिए पूर्ण समर्पण
अपने सुख दुःख की कोई बात नहीं
▶ यही बात भगवान की भक्ति में होनी चाहिए
उनके लिए पूर्ण समर्पण
अपने सुख दुःख की कोई बात नहि।
▶ क्या हम ऐसा करते हैं ? शायद नहीं
हम भगवान् के लिए नहीं , अपने दुःख सुख के लिए
भगवान् की भक्ति करते हैं
▶ ये भक्ति नहीं, भिक्षा है
निश्चित हो की हम भक्त हैं या भिखारी ?
🐚 ॥ जय श्री राधे ॥ 🐚
🐚 ॥ जय निताई ॥ 🐚
🖊 लेखक
दासाभास डा गिरिराज नांगिया
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