Tuesday, 23 August 2016

सूक्ष्म सूत्र / गागर में सागर भाग 26


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सूक्ष्म सूत्र / गागर में सागर
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 भाग 26

 पाप करने से दुःख और
पूण्य करने से सुख
मिलेगा. किन्तु भक्ति
करने से भक्ति मिलेगी
और अगले जन्म में
भक्ति की अगली कक्षा में
प्रवेश मिलेगा.

जैसे Start से  Started
ऐसे ही प्रारम्भ से प्रारब्ध
प्रारब्ध माने Started
जिन अच्छे-बुरे
कर्मो का फल भोगना
हमने प्रारम्भ कर दिया हैब
वे हैं प्रारब्ध कर्म.

यदि आप अपनी बात को
दुसरो के नाम से
प्रस्तुत करते है तो
समझना चाहिए कि
आप के अंदर
आत्मविश्वास
का अभाव हैं.

 ॥ जय श्री राधे ॥ 
 ॥ जय निताई  ॥ 

 लेखक
दासाभास डा गिरिराज नांगिया 
LBW - Lives Born Works at vrindabn



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