✔ *आशंका* ✔
▶ 100 में से 98 घटित ही नही होती
▶ कभी कभी क्या प्रायः आशंका का
ही दुःख होता है
▶ वास्तविक दुःख होता ही नही
▶ आशंका मुक्त होने पर ही सुख की
अनुभूति सी प्रतीत होती ह
▶ ये सब हमारे कपट । भय के कारण अनावश्यक चिंतन ही है
▶ सदा आशंका से रहित होने का
अभ्यास करना चाहिए
▶ कष्ट हो । तब दुखी हों तो बात जमती है ।
कष्ट की आशंका करके दुखी
होते रहना कोई समझदारी नही है
🐚 ॥ जय श्री राधे ॥ 🐚
🐚 ॥ जय निताई ॥ 🐚
🖊 लेखक
दासाभास डा गिरिराज नांगिया
LBW - Lives Born Works at vrindabn
http://shriharinam.blogspot.in/2016/08/ashanka.html
धन्यवाद!!
www.shriharinam.com
संतो एवं मंदिरो के दर्शन के लिये एक बार visit जरुर करें !!
अपनी जिज्ञासाओ के समाधान के लिए www.shriharinam.com/contact-us पर
क्लिक करे।।
▶ 100 में से 98 घटित ही नही होती
▶ कभी कभी क्या प्रायः आशंका का
ही दुःख होता है
▶ वास्तविक दुःख होता ही नही
▶ आशंका मुक्त होने पर ही सुख की
अनुभूति सी प्रतीत होती ह
▶ ये सब हमारे कपट । भय के कारण अनावश्यक चिंतन ही है
▶ सदा आशंका से रहित होने का
अभ्यास करना चाहिए
▶ कष्ट हो । तब दुखी हों तो बात जमती है ।
कष्ट की आशंका करके दुखी
होते रहना कोई समझदारी नही है
🐚 ॥ जय श्री राधे ॥ 🐚
🐚 ॥ जय निताई ॥ 🐚
🖊 लेखक
दासाभास डा गिरिराज नांगिया
LBW - Lives Born Works at vrindabn
http://shriharinam.blogspot.in/2016/08/ashanka.html
धन्यवाद!!
www.shriharinam.com
संतो एवं मंदिरो के दर्शन के लिये एक बार visit जरुर करें !!
अपनी जिज्ञासाओ के समाधान के लिए www.shriharinam.com/contact-us पर
क्लिक करे।।
No comments:
Post a Comment