Thursday, 4 August 2016

सूक्ष्म सूत्र / गागर में सागर भाग 24

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सूक्ष्म सूत्र / गागर में सागर
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 🔮 भाग 24

💡 जिनका  प्रवचन और
आचरण एक सा हो, वे
संत और गुरु समान है
अन्यथा कथाकारों का
तो हाल यह है कि
आप माया त्यागो
और हमे देदो


💡 दुसरो की गलतियों से
सवयं शिक्षा लो.
बिना गलतियों का
इंसान ढूंढ़ोगे तो
अकेले रह जाओगे
इसलिए जो जैसा है
उसे वैसा ही स्वीकारो.

💡 परोपकार और भक्ति
अलग-अलग है.
शिवलिंग पर दूध चढ़ाना
भक्ति का अंग है और
गरीब बच्चे को दूध पिलाना
परोपकार है. समझ रहे.
परोपकार से पुण्य मिलेंगे
और भक्ति से भक्ति मिलेगी.


🐚 ॥ जय श्री राधे ॥ 🐚
🐚 ॥ जय निताई  ॥ 🐚

🖊 लेखक
दासाभास डा गिरिराज नांगिया 
LBW - Lives Born Works at vrindabn



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