सब प्राणियों मैं स्थित - आत्मा
प्राणियों का - आदि, मध्य, अंत यानी जन्म जीवन मृत्यु
अदिति के बारह पुत्रों मैं - विष्णु
ज्योतियों मैं - सूर्य
उन्चाश देवताओं मैं - तेज
नसत्रों का अधिपति - चन्द्र
वेदों मैं - सामवेद
इन्द्रियों मैं - मन
प्राणियों मैं - जीवन शक्ति
एकादश रुद्रों मैं - शंकर
यक्ष - राक्षसों मैं - कुबेर
आठ वसुओं मैं - अग्नि
पर्वतों मैं - सुमेरु
पुरोहितों मैं - ब्रहस्पति
सेनापतियों मैं - स्कन्द
जलाशयों मैं - समुद्र
महर्षियों मैं - भ्रगु
शब्दों मैं - ॐ
यज्ञों मैं - जप यग्य
स्थिर रहने वालों मैं - हिमालय
वृक्षों मैं - पीपल
देवर्षियों मैं - नारद
JAI SHRI RADHE
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