शारीरिक तप
देवता, ब्रह्मण, ज्ञानीजन का पूजन
पवित्रता, सरलता, ब्रह्मचर्य, अहिंसा, का अभ्यास या आदत
वाणी का तप
अनुद्वेग, प्रिय भाषण, हितकारी, भाषण
यथार्थ भाषण, शास्त्र - पाठन परमेश्वर का नाम जप का अभ्यास या आदत
मानसिक तप
मन की प्रसन्नता, शान्तभाव, भगवद्चिंतन की आदत
मनको मारनेकी आदत, अन्त:करन मैं पवित्र विचार की आदत का अभ्यास
सात्विक तप
फल की कामना न रखकर शास्त्राज्ञा से किया गया भजन, पाठ, पूजा
राजसिक तप
सत्कार सम्मान, स्वार्थ, पाखंड या छिपे हुए
किसी उद्देश्य से किया गया अनुष्ठान
तामसिक तप
हठपूर्वक, मुढ़तापुर्वक, न चाहते हुए,मन, वाणी, शरीर को
कष्ट पहुचाते हुए अथवा दूसरे के अनिष्ट के लिए किया गया अनुष्ठान
JAI SHRI RADHE
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