✅ मन । वचन । कर्म ✅
▶सबसे पहले मन में विचार आता ह फिर वाणी में आता हैहमे ऐसा करना चाहिए फिर हम उसे करते हैं ।
▶जो मन म नही ह । वो प्राय होता नही कभी कभी होता तो हम कहते हैं
▶ये तो कभी सोचा ही नही था
▶ मन में विचार शुद्ध आएं । अच्छे आएं इसके लिए भोजन । संग शुद्ध रखना होगा
▶अच्छे आएं तो तुरंत करो बुरे आएं तो टालो
▶कुछ विचार ऐसे भी होते हैं जिन्हें कहने की ज़रूरत नही । शुरू करो ।
▶ जेसे कोई आपको ठग रहा था । आपको समझ आ गया । अब उसे कहो मत कि मुझे समझ आ गया । समझ जाओ और सम्भल जाओ ।
▶ ये तो हुई लाइफ स्टाइल । अब मन वचन कर्म इन तीनो से जो एक होकर भजन करता है । वह संत होता है ऐसे विरले हैं । में तो नही हूँ । आप की आप जानें
🐚 ॥ जय श्री राधे ॥ 🐚
🐚 ॥ जय निताई ॥ 🐚
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