🔶🔶🔶🔶🔶🔶🔶🔶
🍒 ब्रज की खिचड़ी🍒
🔶🔶🔶🔶🔶🔶🔶🔶
🌻 निताई गौर हरिबोल🌻
💐श्री राधारमणो विजयते 💐
क्रम संख्या 8
🌿 🌿 अच्छा है 🌿🌿
🌹महत्वपूर्ण
बनना जितना अच्छा है।
उसकी अपेक्षा
अच्छा बनना
अधिक महत्वपूर्ण है
🌿🌿ज्ञानी या भक्त🌿🌿
💥एक ज्ञानी मिश्री की उपासना करके मिश्री बनना चाहता है
💥एक भक्त मिश्री की उपासना करके मिश्री का
आस्वादन करता है
🌿🌿 कैसा आनन्द 🌿🌿
💐आनंद का अनुभव या प्राप्ति एक ही बात है । आनंद के लिए जानना होगा कि आनंद किस में है और कहां मिलता है । झूठा और क्षणिक आनंद तो लौकिक भौतिक वस्तुओं में मिल जाता है
💐स्थाई एवं सच्चा आनंद उस सच्चिदानंद भगवान श्री कृष्ण की भक्ति में मिलता है।
💐जैसा आनंद चाहिए वैसा प्रयास करने से मिल जाएगा । हम प्रयास करते हैं झूठे आनंद का चाहते हैं सच्चा आनंद ।
🌹मिलता है सच्चा सुख केवल
भगवान तुम्हारे चरणों में ।🌹
🌺जय श्री राधारमण
🌺जय निताई
लेखकः
दासाभास डा गिरिराज नांगिया श्रीहरिनाम प्रेस वृन्दावन
प्रस्तुति । श्रीलाडलीप्रियनीरू
🍒 ब्रज की खिचड़ी🍒
🔶🔶🔶🔶🔶🔶🔶🔶
🌻 निताई गौर हरिबोल🌻
💐श्री राधारमणो विजयते 💐
क्रम संख्या 8
🌿 🌿 अच्छा है 🌿🌿
🌹महत्वपूर्ण
बनना जितना अच्छा है।
उसकी अपेक्षा
अच्छा बनना
अधिक महत्वपूर्ण है
🌿🌿ज्ञानी या भक्त🌿🌿
💥एक ज्ञानी मिश्री की उपासना करके मिश्री बनना चाहता है
💥एक भक्त मिश्री की उपासना करके मिश्री का
आस्वादन करता है
🌿🌿 कैसा आनन्द 🌿🌿
💐आनंद का अनुभव या प्राप्ति एक ही बात है । आनंद के लिए जानना होगा कि आनंद किस में है और कहां मिलता है । झूठा और क्षणिक आनंद तो लौकिक भौतिक वस्तुओं में मिल जाता है
💐स्थाई एवं सच्चा आनंद उस सच्चिदानंद भगवान श्री कृष्ण की भक्ति में मिलता है।
💐जैसा आनंद चाहिए वैसा प्रयास करने से मिल जाएगा । हम प्रयास करते हैं झूठे आनंद का चाहते हैं सच्चा आनंद ।
🌹मिलता है सच्चा सुख केवल
भगवान तुम्हारे चरणों में ।🌹
🌺जय श्री राधारमण
🌺जय निताई
लेखकः
दासाभास डा गिरिराज नांगिया श्रीहरिनाम प्रेस वृन्दावन
प्रस्तुति । श्रीलाडलीप्रियनीरू
No comments:
Post a Comment