Monday, 23 May 2016

मांगना । देना



✅ मांगना । देना ✅

▶ जब हम किसी से कुछ चाहें तो
▶ उसे प्रसन्न करना
▶ उससे कुछ जान पहचान बनाना
▶ उसके प्रति अपराध न करना

▶ आदि आदि कुछ नियम या चेष्टायें रखनी ही पड़ती हैं । और वो कुछ दे भी देता ह

▶ लेकिन जब कोई देना चाहे तो
▶ वह फिर अकारण ही दे देता है विचार किये बिना ।

▶ जेसे कृपा । यदि हम लेना चाहें तो
▶ भजन
▶ नाम जप
▶ आदि बहुत कुछ ह करने को

▶ और प्रभु देने पर उतारू हो जाएँ तो
▶ माधाइ ने मारा । खून भी आ गया । फिर भी नित्यानंद प्रभु ने कृपा कर ही दी

▶ अतः लगे रहो । कृपा भी सर्वतंत्र स्वतंत्र है । पता नही कब वो बांटने पर उतारू हो जाए । उनकी कृपा की ▶ बाट जोहते हुए भजन करते रहो

▶ समस्त वैष्णवजन को सादर प्रणाम

🐚 ॥ जय श्री राधे ॥ 🐚
🐚 ॥ जय निताई  ॥ 🐚

 मांगना । देना ! http://shriharinam.blogspot.in/

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