Friday, 12 August 2011

2. MUKTI YA BHAKTI

दुखों की समाप्ति का नाम है - मुक्ति
परम सुख प्राप्ति का नाम है - भक्ति
दुःख की समाप्ति सुख नही है
यदि हम परम सुख की प्राप्ति  में लग जायेंगे
तो हमें दुःख का भान  ही नही  होगा
निर्णय आपने करना है : आपको सुख चाहिए 
या दुःख समाप्ति ? 
'मिलता है सच्चा सुख केवल भगवान् तुम्हारे चरणों में'




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