Saturday, 3 March 2012

188. ARTH


अर्थ
कुछ मनुष्य ऐसे होते हैं, जो पैसा कमाना ही जीवन का उद्देश्य समझते है, उसी में लगे रहते हैं | 
और जीवन को सफल समझते हैं |

धन कमाने के लिए ये कुछ भी कर गुजरने को तैयार रहते हैं | मन - सम्मान, पिता - पुत्र, रिश्ते
 - नाते, धर्म अधर्म सब गौण  करते हुए पैसा - पैसा करते रहते हैं 

जिनका उद्देश्य धन होता है वे शायद उस धन का उपयोग भी नहीं करते हैं आज एक लाKH अब एक करोड़  अब सों करोड़ हो गया, 
अब -इतना हो जायेगा, अपने तन मन को 
कष्ट देकर भटकते रहते हैं और उस धन को बिना भोगे
 या तुलना में कम खर्च 
करते हुए म्रत्यु को प्राप्त होते हैं | 


dhan ki 3 gati hai

1. sarvottam - daan

2. madhyam - bhog ya swayam par kharch karke 
bhautik sukh prapt karna

3. adham -  na dan doge, na sukh bhogego to chhod jaoge to sarkar le jayegi yaa chor le jayenge

आगे  kaam  पर विचार करेंगे |

JAI SHRI RADHE
DASABHAS Dr GIRIRAJ nangia


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