राजा से आशा छोडिये
अब वह समय नहीं रहा की राजा या प्रशाशक प्रजा के हित की बात सोचें
पहले भी नहीं था, लेकिन फिर भी कुछ राजा ऐसे
अवश्य हुए हैं | लेकिन कलियुग मैं एसी कल्पना करना व्यर्थ है
आजकल राजा या प्रशासक का टारगेट सड़क बनवाने से मिलने वाली अपनी कमीशन पर रहता है
आनुसंगिक रूप से सड़क बनने का लाभ प्रजा को मिल जाय तो ठीक, न मिले तो तो ठीक
इसलिए इनसे आशा छोडिये और स्वयं पर स्वयं का शासन रखिये |
ज्यादा ज्यादा छोटी - छोटी निजी संस्था या
संगठन बनाइये और अपनी व्यवस्था दुरुस्त रखिये |
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JAI SHRI RADHE
DASABHAS Dr GIRIRAJ nangia
made to serve ; GOD thru Family n Humanity
Lives, Born, Works = L B W at Vrindaban
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