बेल का फल
पेड़ से गिरा हुआ बेल का फल आँगन में पड़ा हो.
तो कोई भी बालक उसे उठाकर
स्वाभाविक ही मुंह में डालता है.
ऐसा करने से
१.उसके दाँत टूटेंगे
२. मुंह में खून आएगा
३. पल्ले कुछ नहीं पड़ेगा .लाभ के बजाय हानि होगी
यदि उसी फल को वह अपनी माता-पिता को लाकर दे
तो माता उसे छील-छाल कर
उसका बढ़िया रस उस बालक को पिलाएगी.
परिणामत न दाँत टूटे, न खून
निकला अपितु आनंद एवं बल वृद्धी होगी.
इसी प्रकार बालक-साधक या प्रारंभिक साधकों को
अपने गुरुदेव, वरिष्ठ संत विद्वानों के आश्रय
में, अनुमति में, मार्गदर्शन में, साधनों का अनुष्ठान,
ग्रंथों का अध्यन करना चाहिए.
अन्यथा वही हाल होगा जो बालक का होता है.
फिर लोग शिकायत करते है की आप तो कहते हो ये फल है,
लेकिन इसके खाने से तो मेरे दन्त टूट गए.
JAI SHRI RADHE
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