बलराम - सृष्टि के आधार
कल श्री राधा जू का प्राकट्य-दिन : राधाष्टमी है
आज ललिता जू का प्राकट्य-दिन : ललिता-सप्तमी है
कल श्री बलराम जी का प्राकट्य-दिन था
बलराम जू प्रेमा-भक्ति का मूर्तिमान विग्रह हैं
श्री कृष्ण के वस्त्र,अस्त्र,आसन, शैया, पादुका, के रूप में बलराम ही हैं
साथ ही इस समस्त सृष्टि का सीधा संपर्क भी बलराम जू से है
श्री कृष्ण चार रूपों में स्वयं को प्रकट करते हैं
१. वासुदेव. २. बलराम. ३.प्रद्युम्न. ४. अनिरुद्ध
इसमें से बलराम के अंश हैं कारन समुद्र-शाई
कारन समुद्र-शाई के अंश हैं- गर्भोदक शाई
गर्भोदक शाई के अंश है क्षीरोदक शाई विष्णु , ब्रह्मा, महेश
जो श्रृष्टि का पालन, उत्पत्ति व प्रलय करते हैं
सृष्टि के प्रधान तत्व व प्रेमा-भक्ति के मूर्तिमान स्वरूप श्री बलराम जू
को कोटि-कोटि प्रणाम व कृपा की याचना
दाउदयाल बिरज के राजा , भंग पिये तो ब्रिज में आजा
JAI SHRI RADHE
DASABHAS Dr GIRIRAJ NANGIA
Lives, Born, Works = L B W at Vrindaban
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