बी-टेक : एम. बी. ए.
हमने बी-टेक एवं एम.बी.ए. की शिक्षा व डिग्री एक अच्छी यूनिवर्सिटी से प्राप्त कर ली हैं
लेकिन जब हम किसी कंपनी में जॉब के लिए प्रार्थना पत्र देते हैं
तो वह कंपनी पहले तो हजारों प्रार्थना पत्रों में से कुछ को छांटती है
छांटने के पश्चात् फिर लिखित टेस्ट लेती है.
लिखित टेस्ट में फिर छंटाई होकर फिर इंटरव्यू लेती है
इंटरव्यू में सैकड़ों में से कुछ सलेक्ट करती है. सलेक्ट होने के बाद भी फिर कुछ समय हमारी ट्रेनिंग होती है
ट्रेनिंग होने के बाद फिर कहीं जाकर हमें कोई पोस्ट मिलती है, अधिकार मिलते है, सेलरी मिलती है.
इसी प्रकार खूब पाठ पूजा करते रहो, दर्शन करते रहो,
वृन्दावन आते रहो, दर्शन-सेवा करते रहो डिग्री मिल जाएगी.
नौकरी या सेवा या वास्तविक भगवद प्रेम के लिए किसी वास्तविक संत के पास प्रार्थना पत्र लगा कर पूरे
प्रोसेस से गुजरना पड़ेगा. फिर सेवा मिलेगी और परिणाम भी मिलेंगे.
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