कृष्ण को नहीं पाना है !
कृष्ण को तो कंस ने भी प्राप्त किया था
पूतना ने भी प्राप्त किया था
दुर्योधन ने भी प्राप्त किया था
और भी बहुतों ने प्राप्त किया
हमें उस को पाना है, जिसे श्री राधा ने प्राप्त किया
और राधा ने कृष्ण को नहीं कृष्ण-प्रेम को चाहा और पाया
कृष्ण भले ही मथुरा व द्वारका गए
लेकिन राधा का कृष्ण-प्रेम न मथुरा गया न द्वारका,
कल भी था, आज भी है, कल भी रहेगा.
हमें भी कृष्ण प्रेम को पाना है
JAI SHRI RADHE
DASABHAS Dr GIRIRAJ nangia

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