लोकिक सुख
१ रोग रहित होना
२ ऋण रहित होना
३ प्रवास मैं न रहना
४ सज्जनों के साथ परिचय और प्रेम
५ मन एवं योग्यता अनुरूप व्यापार या नोकरी मिल जाना
६ मन मैं कोई भय न होना
विदुर नीति मैं मनुष्य लोक के ६ लोकिक सुख बताये है |
लेकिन विचार करने पर प्राय हम सभी इन सुखों से वंचित ही हैं |
नानक दुखिया सब संसारा
सोई सुखिया जे नाम उचारा |
अत: श्री हरिनाम का आश्रय लेने से लोकिक
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JAI SHRI RADHE
DASABHAS Dr GIRIRAJ nangia
जय श्री राधे
ReplyDeleteजय श्री राधे
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