Wednesday 11 January 2012

178. prapti ka antar



पीला तरबूज : प्राप्ति के स्तर

मेरे एक मित्र ने मुझसे पूछा 
आपने मलेशिया का पीले रंग का तरबूज खाया है ? 

मेने कहा तरबूज तो लाल होता है मैंने तो पीला तरबूज 
पहली बार सुना है - एक प्रकार की प्राप्ति परिचय / सुनना 

उसने कहा गूगल खोलो, अभी देखो 
मलेशिया का पीला -  तरबूज बहुत स्वादिष्ट और अच्छा होता है 
गूगल पर देखा : दूसरे प्रकार की प्राप्ति

फिर जब मैं मलेशिया जा रहा था तो फ्लाइट मै एक 
सहयात्री को पीला तरबूज खाते हुए अपनी आँखों से देखा 
- तीसरे प्रकार की प्राप्ति 

मलेशिया पहुचने पर फल वाले से मैं पीला तरबूज 
खरीद लाया | अब पीला तरबूज मेरे हाथ मैं था | चतुर्थ प्रकार की प्राप्ति 

अब होटल मैं आकर उस पीले तरबूज को अमनिया किया, 
ठाकुर को भोग लगाया और उस पीले तरबूज को स्वयं पाया : 
पाँचवे प्रकार की प्राप्ति 

इसी प्रकार भजन की स्थिति , परोपकार कीस्थिति , 
यहाँ तक कि 
भगवान् के  अवतारों मैं
 उनकी शक्ति, उपस्थिति, प्रभाव मैं भी सूक्ष्म अंतर है |

आवश्यकता है समझने की | समझ नहीं आती तो बात 
गलत नहीं है, हमारी बुद्धि ओर योग्यता की सीमा कारण है  

-- 
JAI SHRI RADHE


DASABHAS Dr GIRIRAJ nangia
made to serve ; GOD  thru  Family  n  Humanity
Lives, Born, Works = L B W at Vrindaban

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