Thursday, 5 January 2012

175. sewa bataiye




कोई सेवा बताइए
प्राय: हम गुरुजनों से, वरिष्ठ जनों से 
यह कहते है की महाराज मेरे लायक कोई सेवा बताइए 

हमने  पूछी और उन्होंने बता दी 
हो सकता है हमको अच्छी न लगे , आपके स्वरूप के अनुकूल न हो 

हमने यदि कर दी तो हो सकता है अहं आ जाये 
और बहुत सम्भावना है 
की आज सेवा मांगी, कल सेवा के बदले मैं हम भी कुछ मांगने लग जाएँ 

अत: सेवा पूछनी नहीं है, स्वयं देखनी है, समझनी है और करनी है 
जो उल्लास आये उसमें ह्रदय का रस व् प्रेम मिलकर सेवा करो, आनंद लो | 
 JAI SHRI RADHE
DASABHAS Dr GIRIRAJ nangia

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