Wednesday 10 February 2016

[22:21, 2/10/2016] Dasabhas DrGiriraj Nangia:



ना जाने
कोैन सी
दवा है आप
सबके पास

कुछ पल
साथ
गुजार लूं
तो सुकून सा
मिलता ह
[22:21, 2/10/2016] Dasabhas DrGiriraj Nangia:



मै रोता रहा
रात भर,
मगर फैंसला
न कर सका....

मोहन

तूम
याद आ रहे हो ,
या मैं याद
कर रहां
हूँ....
[22:21, 2/10/2016] Dasabhas DrGiriraj Nangia:



संवारे~~
हुए कितने
बरबाद
और
कितने
और खड़े
हे

तुम्हे
पाने की
जिद
में
दिन
रात
अड़े हे

🙏🌹
[22:21, 2/10/2016] Dasabhas DrGiriraj Nangia: अ[22:21, 2/10/2016] Dasabhas DrGiriraj Nangia:



ना जाने
कोैन सी
दवा है आप
सबके पास

कुछ पल
साथ
गुजार लूं
तो सुकून सा
मिलता ह
[22:21, 2/10/2016] Dasabhas DrGiriraj Nangia:



मै रोता रहा
रात भर,
मगर फैंसला
न कर सका....

मोहन

तूम
याद आ रहे हो ,
या मैं याद
कर रहां
हूँ....
[22:21, 2/10/2016] Dasabhas DrGiriraj Nangia:



संवारे~~
हुए कितने
बरबाद
और
कितने
और खड़े
हे

तुम्हे
पाने की
जिद
में
दिन
रात
अड़े हे

🙏🌹
[22:21, 2/10/2016] Dasabhas DrGiriraj Nangia:



अकेले
हम ही नहीं
शामिल
इस जुर्म में
मोहन

नज़र
जब मिली थी
तब
मुस्कुराए
तुम भी थे

😳😊
[22:21, 2/10/2016] Dasabhas DrGiriraj Nangia:



•¡✽🔔🌿◆🌺◆🌿🔔✽¡•

           🔟*2⃣*1⃣6⃣
   
              बुधवार माघ
           शुक्लपक्ष  द्वितीया

 🌹श्री वृन्दाबन के मन्दिर🌹
      〰〰〰〰〰〰
 
                      2⃣
               
❗सिंहपौर श्री हनुमान मंदिर❗    

🌿      श्री गोविंद देव मन्दिर के निकट श्री हनुमान जी का मन्दिर है l सिद्ध विग्रह है lहिन्दुओ के शत्रु ओरंगजेब ने अनेक मन्दिर तुड़वाकर मस्जिदे बनवा दी l वृन्दावन में भी श्री गोविंद देव जी का मन्दिर भी तुड़वा दिया lकाला पहाड़ नामक यवन के साथ सैनिकों को भेजकर यहाँ सिंह द्वार पर भी मस्जिद बनवाने की योजना बनायी जा रही थी l

🌿      उस समय वहां श्री हनुमान जी का छोटा सा मन्दिर था lएक दिन अचानक हजारो बन्दर यहाँ इकठ्ठे हो गए और उन्होंने समस्त यवनों को खदेड़ दिया l काट काट कर उन सबको भगा दिया l यह सब इन्हीं हनुमान जी के प्रभाव से हुआ l तभी से इनका नाम ❗सिंहपौर श्री हनुमान❗हुआ l उस मन्दिर को भक्तों ने भव्य रूप देकर दर्शनीय बना दिया है l

🌿   उपरोक्त सार
व्रजविभूति श्रीश्यामदास जी
श्री हरिनाम प्रेस वृन्दाबन के ग्रंथ से लेते हुए हम भी अपने जीवन को भक्तिमय बनाये यही प्रार्थना है प्रभु के चरणों में l

                क्रमशः.........
                      ✏ मालिनी
 
        ¥﹏*)•🔔•(*﹏¥
            •🌺★🌺•
         •🌿सुप्रभात🌿•
 •🔔श्रीकृष्णायसमर्पणं🔔•
     •🌿जैश्रीराधेश्याम🌿•
             •🌺★🌺•
         ¥﹏*)•🔔•(*﹏¥
   
•¡✽🔔🌿◆🌺◆🌿🔔✽¡•
[22:21, 2/10/2016] Dasabhas DrGiriraj Nangia: आज का भगवद चिन्तन-10-2-2016-श्री राधे
🍂   आज के समय में एक अच्छे या बुरे की परिभाषा उसके कार्यों से नहीं अपितु निजी विचारों के आधार पर होती है। अलग-अलग विचारों के आधार पर कुछ लोग जिसे अच्छा कहने में लगे हैं, उसी को कुछ लोग बुरा भी कह रहे हैं।
🍂    एक झूठे आदमी के लिए हम तब अच्छे हैं जब हम उसकी हाँ में हाँ मिलाकर उसका साथ दें और उसी के लिए तब हम बड़े बुरे बन जाते हैं जब हम झूठ में उसका साथ देना बन्द कर देते हैं।
🍂    हम एक गलत काम करने वाले आदमी की नजरों में तब तक बुरे हैं जब तक कि हम गलत कार्यों में उसका साथ नहीं दे देते। हम जिस दिन से उसका साथ देना शुरू कर देंगे उसी दिन से उसकी नजरों में हमारी परिभाषा एक अच्छे आदमी की हो जाएगी।
🍂    अत: आपकी अच्छाई भी कई लोगों को रास नहीं आयेगी और बुराई का तो कहना ही क्या ? इसलिए जब आप "क्या कहेंगे लोग" पर ध्यान ही नहीं देंगे तो फिर "क्यों कहेंगे लोग ?  आपका काम है सही रास्ते पर चलना, बेहिचक, बेपरवाह।

 राधे राधे             ""संजीव कृष्ण  ठाकुर जी
[22:21, 2/10/2016] Dasabhas DrGiriraj Nangia:



💐श्री  राधारमणो विजयते 💐
🌻 निताई गौर हरिबोल🌻    

📚🍵ब्रज की खिचड़ी 🍵📚

       क्रम संख्या 6⃣8⃣

🌿 टारगेट से समत्व🌿

😊कुछ अच्छा लगना : कुछ बुरा लगना, यह एक स्थिति है :  सामान्य विवेक कुछ भी अच्छा ना लगना :  बुरा -बुरा लगना एक यह है :  नेगेटिव

💥सब एक सा लगना न बुरा : न अच्छा, यह है समत्व, निर्द्वंवंद भाव

🎌 लौकिक विषयों में समत्व आने का कारण  इसकी असारता का भान है । ये आसार है तो निश्चित ही इसमें किसी सार तत्व को पकड़ा है। यदि छात्र है तो घंटी 🔔 बजने से पूर्व स्कूल जाना 🚶उस का टारगेट है ।तभी स्कूल जाते समय रास्ते में होने वाला एक्सीडेंट,  जादूगर का खेल या दो लोगों के झगड़े 😡 में वह उसे निर्द्वंद या समत्व भाव से देखता हुआ स्कूल की तरफ बढ़ कर घंटी से पूर्व पहुंच जाता है।

🏃🏼और जिनको स्कूल नहीं जाना है वह झगड़ने वालों से झगड़ते हैं ।और जादूगर का खेल देखकर मन -मन प्रसन्न होते हैं ।

😒 एक्सीडेंट देख कर रोते हैं। अतः समत्व यूं ही नहीं आ जाएगा। परम आवश्यक है अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित कर उसकी प्राप्ति की चेष्टा में लग जाना और उसके अतिरिक्त जो भी है उसमें एक साथ रहना - समत्व प्राप्त करना।

✨💫✨💫✨💫✨💫✨💫

🌿 पागल हाथी में भगवान 🌿

🐘 एक समारोह मेले में एक हाथी पागल हो गया । भगदड़ मच गई । महावत  चिल्लाने लगा भागो -भागो। भीड़ सब इधर-उधर भागने लगी। एक व्यक्ति जहां था वहीं खड़ा रहा ।

🐙 हाथी ने उसे कुचल दिया वह मर गया।     परलोक पहुंचने पर यमराज ने पूछा तुम वहां से भागे क्यूं नहीं। बोला मैंने यह सुना समझा की कण -कण में भगवान होता है तो इस हाथी में भी भगवान होंगे।

🎅 और भगवान सबकी रक्षा करते हैं मैं इसलिए नहीं हटा ।और उल्टा ही हुआ। यमराज ने कहा जब कण-कण में भगवान है तो जो महावत भागो - भागो कह रहा था भीड़ वाले भाग रहे थे तो तुम्हें महावत और भीड़ में भगवान क्यों नहीं दीखा ?

👂 तुम्हे महावत और भीड़ रूपी भगवान की बात क्यों ना सुनाई दी। तुम्हारी रक्षा के लिए चिल्लाते रहे  तुम ही अपनी मूर्खता वश वही अड़े रहे। और कण कण की बजाए केवल पागल हाथी में ही भगवान को देखते रहे।

 🙌🏻जय श्री राधे। जय निताई🙌🏻

📕स्रोत एवम् संकलन
दासाभास डॉ गिरिराज नांगिया
श्रीहरिनाम प्रेस वृन्दावन द्वारा लिखित व्रज की खिचड़ी ग्रन्थ से

📝 प्रस्तुति : श्रीलाडलीप्रियनीरू
[22:21, 2/10/2016] Dasabhas DrGiriraj Nangia: 💎💎💎💎

ISKA अर्थ है कि

🔶 🔶 🔶

🔶Maturity is when you can differentiate between "need" and "want, and you can let go of your wants.

🔷जब आपको यह समझ आ जाये कि इच्छाओं और आवश्यकताओ के मध्य क्या अन्तर होता है और इच्छाओ का दमन करना सीख लें तो इसका मतलब यह है कि परिपक्व और समझदार हो गये हैं।
लगे रहो । शुभ कामना ।

📙📗📙📗📙📗📙📗
[22:21, 2/10/2016] Dasabhas DrGiriraj Nangia:



🌹    श्रीराधारमणो जयति    🌹
💐   श्रीवृंदावन महिमामृत   💐
🌾( सप्तदश-शतक )🌾

श्रीप्रबोधानंद सरस्वती पाद कहते हैं कि....

🌴युगलकिशोर मधुर रस सरवस रसिकन के आधार।
🌱तिनके पाद पदम् मंजुल में जिन भक्तन को प्यार।
🌴उनसों त्यक्त, अधम विषयी, मुखिया गन लीजै
🌱श्रीवृंदावन धाम कृपाकरि आश्रय दीजै॥

🌳श्रीराधामाधव के पाद्पद्मों के प्रेमिक भक्तजनों से दूर से ही मैं त्यागा हुआ हूँ, तो भी मुझ अजितेंद्रिय को श्रीवृंदावन ही अपनी कृपा से आश्रय प्रदान करेंगे।

🙌 श्रीराधारमण दासी परिकर 🙌
[22:21, 2/10/2016] Dasabhas DrGiriraj Nangia:



🙏🌹💐🌹🌹💐🌹🙏

दिल का झुकना बहुत ज़रूरी है,
सर झुकाने से रब नहीं मिलता...

🙏🌹💐🌹🌹💐🌹🙏केले
हम ही नहीं
शामिल
इस जुर्म में
मोहन

नज़र
जब मिली थी
तब
मुस्कुराए
तुम भी थे

😳😊
[22:21, 2/10/2016] Dasabhas DrGiriraj Nangia:


 •¡✽🔔🌿◆🌺◆🌿🔔✽¡•

           🔟*2⃣*1⃣6⃣
   
              बुधवार माघ
           शुक्लपक्ष  द्वितीया

 🌹श्री वृन्दाबन के मन्दिर🌹
      〰〰〰〰〰〰
 
                      2⃣
               
❗सिंहपौर श्री हनुमान मंदिर❗    

🌿      श्री गोविंद देव मन्दिर के निकट श्री हनुमान जी का मन्दिर है l सिद्ध विग्रह है lहिन्दुओ के शत्रु ओरंगजेब ने अनेक मन्दिर तुड़वाकर मस्जिदे बनवा दी l वृन्दावन में भी श्री गोविंद देव जी का मन्दिर भी तुड़वा दिया lकाला पहाड़ नामक यवन के साथ सैनिकों को भेजकर यहाँ सिंह द्वार पर भी मस्जिद बनवाने की योजना बनायी जा रही थी l

🌿      उस समय वहां श्री हनुमान जी का छोटा सा मन्दिर था lएक दिन अचानक हजारो बन्दर यहाँ इकठ्ठे हो गए और उन्होंने समस्त यवनों को खदेड़ दिया l काट काट कर उन सबको भगा दिया l यह सब इन्हीं हनुमान जी के प्रभाव से हुआ l तभी से इनका नाम ❗सिंहपौर श्री हनुमान❗हुआ l उस मन्दिर को भक्तों ने भव्य रूप देकर दर्शनीय बना दिया है l

🌿   उपरोक्त सार
व्रजविभूति श्रीश्यामदास जी
श्री हरिनाम प्रेस वृन्दाबन के ग्रंथ से लेते हुए हम भी अपने जीवन को भक्तिमय बनाये यही प्रार्थना है प्रभु के चरणों में l

                क्रमशः.........
                      ✏ मालिनी
 
        ¥﹏*)•🔔•(*﹏¥
            •🌺★🌺•
         •🌿सुप्रभात🌿•
 •🔔श्रीकृष्णायसमर्पणं🔔•
     •🌿जैश्रीराधेश्याम🌿•
             •🌺★🌺•
         ¥﹏*)•🔔•(*﹏¥
   
•¡✽🔔🌿◆🌺◆🌿🔔✽¡•
[22:21, 2/10/2016] Dasabhas DrGiriraj Nangia:



आज का भगवद चिन्तन-10-2-2016-श्री राधे
🍂   आज के समय में एक अच्छे या बुरे की परिभाषा उसके कार्यों से नहीं अपितु निजी विचारों के आधार पर होती है। अलग-अलग विचारों के आधार पर कुछ लोग जिसे अच्छा कहने में लगे हैं, उसी को कुछ लोग बुरा भी कह रहे हैं।
🍂    एक झूठे आदमी के लिए हम तब अच्छे हैं जब हम उसकी हाँ में हाँ मिलाकर उसका साथ दें और उसी के लिए तब हम बड़े बुरे बन जाते हैं जब हम झूठ में उसका साथ देना बन्द कर देते हैं।
🍂    हम एक गलत काम करने वाले आदमी की नजरों में तब तक बुरे हैं जब तक कि हम गलत कार्यों में उसका साथ नहीं दे देते। हम जिस दिन से उसका साथ देना शुरू कर देंगे उसी दिन से उसकी नजरों में हमारी परिभाषा एक अच्छे आदमी की हो जाएगी।
🍂    अत: आपकी अच्छाई भी कई लोगों को रास नहीं आयेगी और बुराई का तो कहना ही क्या ? इसलिए जब आप "क्या कहेंगे लोग" पर ध्यान ही नहीं देंगे तो फिर "क्यों कहेंगे लोग ?  आपका काम है सही रास्ते पर चलना, बेहिचक, बेपरवाह।

 राधे राधे             ""संजीव कृष्ण  ठाकुर जी
[22:21, 2/10/2016] Dasabhas DrGiriraj Nangia:



💐श्री  राधारमणो विजयते 💐
🌻 निताई गौर हरिबोल🌻    

📚🍵ब्रज की खिचड़ी 🍵📚

       क्रम संख्या 6⃣8⃣

🌿 टारगेट से समत्व🌿

😊कुछ अच्छा लगना : कुछ बुरा लगना, यह एक स्थिति है :  सामान्य विवेक कुछ भी अच्छा ना लगना :  बुरा -बुरा लगना एक यह है :  नेगेटिव

💥सब एक सा लगना न बुरा : न अच्छा, यह है समत्व, निर्द्वंवंद भाव

🎌 लौकिक विषयों में समत्व आने का कारण  इसकी असारता का भान है । ये आसार है तो निश्चित ही इसमें किसी सार तत्व को पकड़ा है। यदि छात्र है तो घंटी 🔔 बजने से पूर्व स्कूल जाना 🚶उस का टारगेट है ।तभी स्कूल जाते समय रास्ते में होने वाला एक्सीडेंट,  जादूगर का खेल या दो लोगों के झगड़े 😡 में वह उसे निर्द्वंद या समत्व भाव से देखता हुआ स्कूल की तरफ बढ़ कर घंटी से पूर्व पहुंच जाता है।

🏃🏼और जिनको स्कूल नहीं जाना है वह झगड़ने वालों से झगड़ते हैं ।और जादूगर का खेल देखकर मन -मन प्रसन्न होते हैं ।

😒 एक्सीडेंट देख कर रोते हैं। अतः समत्व यूं ही नहीं आ जाएगा। परम आवश्यक है अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित कर उसकी प्राप्ति की चेष्टा में लग जाना और उसके अतिरिक्त जो भी है उसमें एक साथ रहना - समत्व प्राप्त करना।

✨💫✨💫✨💫✨💫✨💫

🌿 पागल हाथी में भगवान 🌿

🐘 एक समारोह मेले में एक हाथी पागल हो गया । भगदड़ मच गई । महावत  चिल्लाने लगा भागो -भागो। भीड़ सब इधर-उधर भागने लगी। एक व्यक्ति जहां था वहीं खड़ा रहा ।

🐙 हाथी ने उसे कुचल दिया वह मर गया।     परलोक पहुंचने पर यमराज ने पूछा तुम वहां से भागे क्यूं नहीं। बोला मैंने यह सुना समझा की कण -कण में भगवान होता है तो इस हाथी में भी भगवान होंगे।

🎅 और भगवान सबकी रक्षा करते हैं मैं इसलिए नहीं हटा ।और उल्टा ही हुआ। यमराज ने कहा जब कण-कण में भगवान है तो जो महावत भागो - भागो कह रहा था भीड़ वाले भाग रहे थे तो तुम्हें महावत और भीड़ में भगवान क्यों नहीं दीखा ?

👂 तुम्हे महावत और भीड़ रूपी भगवान की बात क्यों ना सुनाई दी। तुम्हारी रक्षा के लिए चिल्लाते रहे  तुम ही अपनी मूर्खता वश वही अड़े रहे। और कण कण की बजाए केवल पागल हाथी में ही भगवान को देखते रहे।

 🙌🏻जय श्री राधे। जय निताई🙌🏻

📕स्रोत एवम् संकलन
दासाभास डॉ गिरिराज नांगिया
श्रीहरिनाम प्रेस वृन्दावन द्वारा लिखित व्रज की खिचड़ी ग्रन्थ से

📝 प्रस्तुति : श्रीलाडलीप्रियनीरू
[22:21, 2/10/2016] Dasabhas DrGiriraj Nangia:



💎💎💎💎

ISKA अर्थ है कि

🔶 🔶 🔶

🔶Maturity is when you can differentiate between "need" and "want, and you can let go of your wants.

🔷जब आपको यह समझ आ जाये कि इच्छाओं और आवश्यकताओ के मध्य क्या अन्तर होता है और इच्छाओ का दमन करना सीख लें तो इसका मतलब यह है कि परिपक्व और समझदार हो गये हैं।
लगे रहो । शुभ कामना ।

📙📗📙📗📙📗📙📗
[22:21, 2/10/2016] Dasabhas DrGiriraj Nangia:



🌹    श्रीराधारमणो जयति    🌹
💐   श्रीवृंदावन महिमामृत   💐
🌾( सप्तदश-शतक )🌾

श्रीप्रबोधानंद सरस्वती पाद कहते हैं कि....

🌴युगलकिशोर मधुर रस सरवस रसिकन के आधार।
🌱तिनके पाद पदम् मंजुल में जिन भक्तन को प्यार।
🌴उनसों त्यक्त, अधम विषयी, मुखिया गन लीजै
🌱श्रीवृंदावन धाम कृपाकरि आश्रय दीजै॥

🌳श्रीराधामाधव के पाद्पद्मों के प्रेमिक भक्तजनों से दूर से ही मैं त्यागा हुआ हूँ, तो भी मुझ अजितेंद्रिय को श्रीवृंदावन ही अपनी कृपा से आश्रय प्रदान करेंगे।

🙌 श्रीराधारमण दासी परिकर 🙌
[22:21, 2/10/2016] Dasabhas DrGiriraj Nangia:



🙏🌹💐🌹🌹💐🌹🙏

दिल का झुकना बहुत ज़रूरी है,
सर झुकाने से रब नहीं मिलता...

🙏🌹💐🌹🌹💐🌹🙏

No comments:

Post a Comment