Saturday, 9 March 2013
279. dikhnaa
इस संसार में कुछ चीजें दिखती हैं
कुछ को अनुभव करना पड़ता है
सभी कुछ इन आँखों से नहीं दिखता है
जैसे वायु मंडल में होने वाला
अनेक कंपनी का नेटवर्क आँखों से नहीं दिखता
JAI SHRI RADHE
DASABHAS Dr GIRIRAJ NANGIA
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