गुरु - चेला
कुछ लोग ऐसे हैं जो कहते हैं की
हम कृष्ण से डायरेक्ट प्रेम करते हैं
दो प्रेमियों के बीच में तीसरे = गुरु को लाने की
क्या ज़रुरत है ?
एक बार शांति से अपने आप से पूछें की
फिर आप बीच मैं गुरु क्यों बने हुआ हो ?
आपके पास आने वाले लोगों को अपना चेला
क्यों बनाते हो ?
जो पहले से किसी के चेले हैं , शास्त्र केवल व केवल
उन्हें ही चेला बनाने की इजाज़त देता है
बिना स्वयं गुरु धारण किये गुरु बन्ने से
समय आने पर बहुत बुरा हश्र होता है।
JAI SHRI RADHE
DASABHAS Dr GIRIRAJ NANGIA
Lives, Born, Works = L B W at Vrindaban
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