गुरुदेव चार प्रकार के
१. साक्षी रूप में विराजमान शरीर में
२. शिक्षा गुरु
३. दीक्षा गुरु
४. सदगुरुदेव
दीक्षा गुरु जब मस्तक पर हाथ रखकर आत्मसात = स्वीकार कर लें तब सद्गुरुदेव
जय श्री राधे
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