Saturday, 21 June 2014

343. lagaataar fel kyon ? 11350



लगातार फेल क्यों ?


एक विद्यार्थी विद्यालय में 

एक दिन भी लेट नहीं होता है 
कोई भी बदमाशी नहीं करता है 
किसी भी साथी को तंग नहीं करता है 
किसी भी अद्यापक को परेशान नहीं करता है 
अर्थात वो ऐसा कोई भी काम नहीं करता है जो नहीं करना चाहिए 

लेकिन जो करना चाहिए-पढ़ाई , उस पर उसका फोकस 
नहीं है, और वो ३ साल से  फेल हो रहा है 

इसी प्रकार केवल पाप, अपराध न करने से काम  नहीं  चलेगा 
पुण्य व भजन करना ही पडेगा , अन्यथा फेल 

फोकस भजन पर ही रखना होगा, ये सब निषेध हमारा टारगेट नहीं ,
ये हमारे टारगेट के सहायक या उपाय हैं 

टारगेट है  पुण्य या भजन = विधि  न कि निषेध। 

JAI SHRI RADHE
DASABHAS Dr GIRIRAJ NANGIA

Friday, 6 June 2014

342. mandir m musalman, mil gaya samaadhan 11002



मंदिर में मुसलमान 
मिल गया समाधान 



इसमें कण भर भी संदेह नहीं की शंशय की स्थिति में सदा ही 
शास्त्र के  आदेश को पालन करना चाहये 

१ शहद - मक्खियों का थूक ही है 
२ गोमूत्र  - मूत्र ही है 
३ शंख - एक हड्डी ही है 
४ गोबर -  मल  ही है 
५ ढोलक में जीव की खाल का प्रयोग है 

लेकिन शास्त्र  आदेश के कारण ही इनका प्रयोग वर्जित नहीं है 
अपितु भगवद सेवा में होता है 

साथ ही शास्त्र का  भाव व आदेश  को मानने व समझने का 
सभी का स्तर अलग-अलग है 

एक प्रामाणिक पुस्तक में अध्यापक ने लिखा 
यदि ४८ का पहाड़ा याद नहीं होगा तो तुम गणित में फ़ैल हो जाओगे 

कक्षा ३ या ४ के विद्यार्थी के लिए ये आदेश पालनीय है 
कक्षा १२ के विद्यार्थी के लिए इसका कोई अर्थ नहीं हैं 

इसी प्रकार मंदिर का अपवित्र होने के , उस व्यक्ति के पवित्र होने के 
मंदिर के यथावत पवित्र रहने के , इससे कोई फर्क न पड़ने के 
अनेक  उदाहरण व आदेश शास्त्र में हं। 

हम अपने - अपने स्तर के  आदेशों को महत्व देते हैं 
स्तर  बढ़ने पर आगे भी बढ़ते   हैं। 

सभी के विचारों से अभिभूत हूँ।  सभी को प्रणाम

JAI SHRI RADHE
DASABHAS Dr GIRIRAJ NANGIA
Lives, Born, Works = L B W at Vrindaban

Thursday, 5 June 2014

341. mandir m musalman



मंदिर में मुसलमान



आज सुबह से मेरे ठाकुर के 
मंदिर में एक कारीगर लगा हुआ था  

आते समय राधे-राधे , जाते समय राधे-राधे बोल रहा था।  
बहुत बढ़िया काम किया।  बहुत सज्जन था 

जाते समय  पता चला की वह एक मुस्लिम था
 
प्रश्न यह है कि  मंदिर में उसके प्रवेश  से मेरा मंदिर 
अपवित्र  हो गया या वह मुस्लिम पवित्र हो गया 

क्या सोचते हैं ?आप ?? 

JAI SHRI RADHE
DASABHAS Dr GIRIRAJ NANGIA
Lives, Born, Works = L B W at Vrindaban