कारपेंटर एवं मनुष्य
एक मनुष्य यदि यह कहे कि
कुछ भी कर सकता हूँ , लेकिन
मै भजन नहीं कर सकता
यह बात लगभग ऐसे ही है जैसे
एक कारपेंटर कहे कि कुछ भी करा लो,
लेकिन मैं लकड़ी व फर्नीचर का काम नहीं कर सकता हूँ
जिस प्रकार लकड़ी का काम एक कारपेंटर ही
कर सकता है - यही उसका मुख्य काम है
उसी प्रकार पूरी सृष्टी में एक मनुष्य ही है
जो भजन कर सकता है.
JAI SHRI RADHE
DASABHAS Dr GIRIRAJ NANGIA
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