Wednesday, 24 April 2013

284. chhoom lun tere charan




चूम लूं तेरे चरण, कंजों से कोमल सुख-भरण 
बन के अली गूंजा करू, फूलों से जब सजा हो तू 
मन के मंदिर में मेरे मोहन सदा बसा हो तू 

JAI SHRI RADHE

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