तेज
यह एक व्यक्ति के
आचरण, भजन ,सज्जनता, विचार
की ही ' शक्ति '
होती है, जिसके कारण उस व्यक्ति के
सामने आने पर
व्यक्ति सहज प्रभावित होता है
और उसके तेज-पुंज से जाने-अनजाने
प्रभावित होकर उस सज्जन पुरुष की
बातों, सलाह, आदेश को स्वीकार कर लेता है
JAI SHRI RADHE
DASABHAS Dr GIRIRAJ NANGIA
Lives, Born, Works = L B W at Vrindaba